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किसानों से खरीद सस्ती, बाजार में महंगी मिल रही सब्जी

बरसात शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 12 Jul 2020 06:39 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 06:16 AM (IST)
किसानों से खरीद सस्ती, बाजार में महंगी मिल रही सब्जी
किसानों से खरीद सस्ती, बाजार में महंगी मिल रही सब्जी

संवाद सहयोगी, सोलन : बरसात शुरू होने के साथ ही सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं। कुछ दिन में सोलन शहर सहित जिले में सब्जियों के दाम दोगुने हो गए हैं। इससे आम आदमी पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। रसोई में प्रतिदिन उपयोग होने वाली सब्जियों आलू, टमाटर व प्याज की कीमत कुछ दिन से दोगुनी हो गई है। एक सप्ताह पहले 20 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से मिलने वाला आलू अब 40 रुपये तक बाजार में मिल रहा है। वहीं, टमाटर की कीमत भी 40 से 50 रुपये तक पहुंच गई है।

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कृषि उपज मंडी सोलन में किसानों से सस्ती खरीदी जा रही सब्जी बाजार में पहुंचते ही महंगी हो रही है। इसमें किसान से लेकर आम आदमी से लूट हो रही है। इसमें बिचौलिए खूब मुनाफा कमा रहे हैं। इस समय जिले में स्थानीय सब्जियों का सीजन भी शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले जो सब्जी बाजार में 20 रुपये प्रतिकिलो बिक रही थी, उसकी कीमत अब 40 से 50 रुपये तक पहुंच गई है।

फल मंडी सोलन में सेब की फसल भी आनी शुरू हो गई है। 20 से 25 किलो की पेटी के बागवानों को दो हजार तक दाम मिल रहे हैं। वहीं अगर बाजार की बात करें तो सेब इस समय सौ से 250 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है। सेब सीजन शुरू होने के बाद अब ग्राहकों को सस्ता सेब मिलने की उम्मीद है। सब्जी मंडी की थोक व बाजार की कीमत में अंतर

सब्जी,थोक भाव प्रति क्विंटल,बाजार का भाव प्रतिकिलो

टमाटर,2400,40 से 50 रुपये

प्याज,1300,25 से 30

मटर,6600,80 से 90

फूल गोभी,1200,30

शिमला मिर्च,1600,40

आलू,2200,40 दो वर्ष पहले 25 फीसद होता था सब्जियों पर मार्जिन

दो वर्ष पहले सब्जी विक्रेताओं के लिए 25 फीसद मार्जिन फिक्स किया गया था, लेकिन सरकार द्वारा इसे समाप्त कर दिया गया। लॉकडाउन के बाद से सरकार ने सब्जियों की कीमत पर मार्जिन 45 फीसद कर दिया था। सब्जी विक्रेताओं का मार्जिन सभी खर्च मिलाकर 45 फीसद है और इससे अधिक वसूलने वालों पर कार्रवाई की जाती है। इसके अलावा सब्जी विक्रेताओं को मूल्य सूची लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। समय-समय पर सब्जी की दुकानों की जांच की जाती है।

- मिलाप शांडिल, नियंत्रक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सोलन।


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