अंतिम संध्या में शिवजोत ने लगाया पंजाबी तड़का
अर्की : अर्की के चौगान में दो दिवसीय जिलास्तरीय सायरोत्सव का मंगलवार को सास्कृतिक
संवाद सूत्र, अर्की : अर्की के चौगान में दो दिवसीय जिलास्तरीय सायरोत्सव का मंगलवार को सास्कृतिक संध्या के साथ समापन हो गया। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में स्टार कलाकार शिवजोत ने खूब धमाल मचाई। दूसरी सांस्कृतिक संध्या में जिलाधीश सोलन विनोद कुमार व एसपी सोलन मधुसूदन शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान सास्कृतिक कमेटी के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने शाल-टोपी और स्मृतिचिह्न भेंटकर जिलाधीश को व एसडीएम अर्की छवि नाटा ने एसपी सोलन को सम्मानित किया।
सास्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार मास्टर लक्की ने सूफी गीतों से लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। लक्की ने मुस्कुराने की वजह तुम हो, मेरे रश्के कमर जैसे गीतों की प्रस्तुति दी। इसके बाद केके भारद्वाज ने पहाड़ी गोरिये पुली मत जादी मेरा प्यार तथा पंजाबी गीतों को सुनाकर वाहवाही लूटी। मंच पर सजे रुद्राक्ष बैंड ने मधुर धुन सुनाकर लोगों का खूब मनोरंजन किया। वहीं सारेगामापा फेम योगेश मुकुल ने मैं तेनू समझावा की, दिल दिया गल्लां, खामोशिया तथा जिया ना जाए जैसे गीतों को सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। हेमंत शर्मा ने भी पहाड़ी गीत सुनाए।
कार्यक्रम के अंत में स्टार नाइट के प्रमुख कलाकार शिवजोत ने मंच संभाला। उन्होंने तेरी मेरी टूट जूं, तेरे पल्ले फड़िया एक मेरे थल्ले फोढेया तथा आज किथे चलें मोरनी बनके, उनका फेमस गीत प्लाजो पाके जैसे गीतों पर लोग खूब झूमते नजर आए। अंतिम संध्या का लोगों ने भरपूर आनंद उठाया। दो दिवसीय मेले में पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था अच्छी नजर आई।
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उभरते कलाकार तुषार वर्मा ने लोगों को किया मंत्रमुग्ध
लश्कारा गाने से मशहूर हुए तुषार वर्मा ने मेले की दूसरी सास्कृतिक संध्या में अपनी प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने न जा कहीं अब न जा दिल व लश्कारा गीत गाकर खूब तालिया बटोरी।