‘निहार’ से निहारें शिमला-सोलन की वादियां
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक पर सफर करने वाले पर्यटकों को विशेष सुविधा मिलेगी।
सोलन, जेएनएन। विश्व धरोहर कालका-शिमला रेल ट्रैक पर सफर करने वाले पर्यटकों को विस्टा डोम कोच 'निहार' की सुविधा मिलने वाली है। 10 नवंबर को दोपहर बाद इस पारदर्शी कोच को रेलगाड़ी से जोड़कर शिमला ट्रायल के लिए भेजा गया था और 11 नवंबर को यह कोच डाउन मिक्स गाड़ी के साथ वापस गया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस विशेष कोच का पहला ट्रायल सफल रहा है और जल्द ही दूसरा ट्रायल भी किया जाएगा। इस पारदर्शी कोच में बैठकर पर्यटक कालका से शिमला तक आने वाली वादियों को निहार सकेंगे। 96 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का सफर बेहद ही रोमाचक है। इस कोच को तैयार करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने हिमाचल के दौरे के दौरान रेलवे को निर्देश दिए थे। इस कोच को कालका स्टेशन में करीब दस लाख की लागत से तैयार किया गया है।
कोच की विशेषता इस स्पेशल कोच में बड़ी खिड़कियों सहित शीशे की छत से चारों ओर का दृश्य देखा जा सकेगा। पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे वातानुकूलित बनाया गया है। विस्टा डोम कोच की छत 12 एमएम शीशे की बनाई गई है। दरवाजों व खिड़कियों पर अतिरिक्त सुरक्षा के लिए मजबूत शीशे का इस्तेमाल किया गया है। कोच के अंदर सुंदर दिखने वाली फ्लोरिंग लगाई जा रही है। समय के साथ तापमान दिखाने वाला यंत्र भी लगेगा। कोच के अंदर का डिजाइन बेहद आकर्षक है। यह कोच 36 सीटर है, जिसका लुत्फ बुकिंग के आधार पर ही उठाया जा सकेगा।
इस सेक्शन पर होगा पहला कोच यह स्पेशल कोच कालका-शिमला रेलवे सेक्शन पर चलने वाला अपनी तरह का पहला सवारी कोच है। यह कब से रोजाना चलेगा यह अगले हफ्ते ही फाइनल होगा। कालका-शिमला रेल ट्रैक पर चलने वाली गाड़ियों के डिब्बे लाल व पीले रंग के हैं, लेकिन यह कोच आकर्षक रंगों से रंगा है। डिमांड को देखते हुए इस तरह के अन्य कोच भी तैयार किए जा सकते हैं।
अंबाला डिवीजन के तहत कालका रेलवे स्टेशन में विशेष पारदर्शी कोच तैयार किया है। इसका पहला ट्रायल सफल रहा है और जल्द ही दूसरा ट्रायल भी किया जाएगा। यह कब से रोजाना चलेगा यह अगले हफ्ते तक ही फाइनल हो पाएगा। इसको बुकिंग या फिर अन्य ढंग से चलाने के लिए भी योजना बनाई जा रही है।
-प्रवीण गौड़ द्विवेदी, सीनियर डीसीएम अंबाला रेलवे डिवीजन।