बिन बारिश सोलन की 3000 हेक्टेयर जमीन खाली
बारिश न होने के कारण सोलन जिले में इस वर्ष 3000 हेक्टेयर जमीन खाली रह गई है।
भूपेंद्र ठाकुर, सोलन
बारिश न होने के कारण सोलन जिले में इस वर्ष 3000 हेक्टेयर जमीन खाली रह गई। एक माह से बिना बारिश किसान गेहूं की बीजाई नहीं कर पाए। इसके अलावा मौसम की बेरुखी का असर जिला की नकदी फसलों पर भी पड़ा है। पहाड़ी क्षेत्रों में ब्रोकली व गोभी की फसल सूखे की वजह से मुरझाने लगी है।
कृषि विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, सोलन जिला में 21 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहू की फसल उगाई जाती है। बीबीएन, अर्की, कुनिहार व धर्मपुर में अधिकतर किसान गेहूं बीजते हैं, लेकिन नवंबर तक बारिश न होने से बीजाई नहीं हो पाई। हालांकि बद्दी, नालागढ़ व आसपास के क्षेत्रों में किसानों ने गेहू बीज दिया है, लेकिन सूखे की वजह से फसल पीली पड़नी शुरू हो गई है। अर्की, कुनिहार, परवाणू व चंडी में गेहूं नहीं बीजा गया है।
इसके अलावा सोलन, चायल, कंडाघाट व आसपास के क्षेत्रों में भी किसान बारिश के इंतजार में हैं। इन क्षेत्रों में मिश्रित खेती की जाती है। नकदी के साथ कुछ किसान गेहूं की फसल भी उगाते हैं, लेकिन यहां भी खेत खाली हैं। देवठी, आंजी, शमलेच व बसाल सहित कई क्षेत्रों में किसानों ने इन दिनों ब्रोकली व फूलगोभी लगाई है, लेकिन ये भी अब मुरझाने लगी हैं। दिसंबर के अंत तक किसान गेहू की बीजाई कर सकते हैं। विभाग के पास ऐसा बीज मौजूद है जो देरी से बीजाई करने के बावजूद अच्छा उत्पादन देगा। इस वर्ष विभाग के पास 9475 क्विंटल गेहूं का बीज आया था और इसमें से अधिकतर किसानों को दिया जा चुका है।
-सीमा कंसल, उपनिदेशक कृषि विभाग सोलन