लड़कों के साथ होने वाली हिंसा पर की चर्चा
सीनियर सेकेंडरी स्कूल चमिया में एचपीएल के प्रोजेक्ट संवैधानिक मूल्यों पर बच्चों के साथ सूत्र संस्था की पांचवें चरण की कार्यशाला शुरू हुई।
संवाद सहयोगी, सोलन : वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल चमिया में एचपीएल के प्रोजेक्ट संवैधानिक मूल्यों पर बच्चों के साथ सूत्र संस्था की पांचवें चरण की कार्यशाला शुरू हुई। सूत्र संस्था की मीडिया कोऑर्डिनेटर उषा पंवर ने बताया कि सूत्र संस्था के शांति स्वरूप प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर ने लड़कों के साथ होने वाली हिंसा पर चर्चा की। इस दौरान बच्चों ने बताया कि उनके साथ घर पर मानसिक हिसा व लैंगिक हिसा होती है। लड़कों को बचपन से परिवार के प्रति जिम्मेदारी का अहसास करवाया जाता है। ऐसा करने में लड़का अगर असफल हो जाता है तो समाज उसे असफल मानता है। इस असफलता को सहना बहुत मुश्किल होता है जिस कारण लड़के घुटकर रह जाते हैं। छात्र हिमांशु ने बताया कि लड़कों को बचपन से सफल व्यक्ति बनना सिखाया जाता है। यह सिखाया जाता है कि सफल नहीं होंगे तो समाज में तुम्हारी कोई वेल्यू नहीं होगी। इस वजह से लड़के अधिकतर तनाव का शिकार होते हैं और यहां तक की नशे की लत में पड़ जाते है। लड़कों को विशेष अधिकार दिए गए हैं, लेकिन समाज उन अधिकारों के बदले लड़कों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाता है। कार्यक्रम में बीर सिंह, चन्द्रवती भी मौजूद रहीं।