सोलन में लोहड़ी पर्व पर संक्रमण का साया
जिला सोलन में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का असर इस वर्ष लोहड़ी पर्व पर भ्भी देखने को मिला।
जागरण संवाददाता, सोलन : जिला सोलन में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने का असर इस वर्ष लोहड़ी पर्व पर भी देखने को मिला। लोग बाजार में खरीदारी के लिए कम ही निकले। बड़े आयोजन रद होने से बाजारों में सन्नाटा रहा। दिन ढलते ही लोग अपने घरों में कैद हो गए और लोहड़ी का पर्व मनाया।
प्रत्येक वर्ष लोहड़ी पर सोलन शहर के मालरोड, चौक बाजार, मुरारी मार्केट सहित विभिन्न क्षेत्रों में आग जलाकर लोहड़ी का पर्व मनाया जाता था। सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्रित होते थे और देर रात तक पंजाबी व हिदी गीतों पर लोग खूब नाचते थे, लेकिन इस बार सोलन में सन्नाटा पसरा रहा व इस प्रकार का कोई भी आयोजन नहीं हुआ। लोगों ने लोहड़ी का पर्व अपने घरों में ही मनाया व फोन पर एक-दूसरे को बधाई दी।
मालरोड पर प्रत्येक वर्ष लगने वाली दुकानें भी इस वर्ष दिखाई नहीं दीं। हालांकि लोगों ने मिठाई, मूंगफली व पापकार्न आदि की खरीदारी की। विशेष रूप से कपड़ा व्यापार काफी अधिक प्रभावित हुआ है। इसी प्रकार जिले के अर्की, कुनिहार, परवाणू, बद्दी, नालागढ़ सहित अधिकतर क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का असर लोहड़ी पर्व पर दिखाई दिया।
स्थानीय दुकानदार मुकेश गुप्ता का कहना है कि लोहड़ी पर्व पर जो रौनक शहर में होती थी वह इस वर्ष नहीं है। लोग कोरोना संक्रमण के डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। प्रशासन द्वारा लगाई गई बंदिशों का असर भी बाजार पर पड़ा है। आमतौर पर बाजार आठ बजे तक खुले रहते थे, लेकिन अब सायं छह बजे बंद हो रहे हैं। इस वर्ष लोहड़ी से संबंधित सभी प्रकार के सामान की मांग कम रही।
वहीं मालरोड पर स्थित मुरारी मार्केट के सामने सूक्ष्म परंपराओं के साथ लोहड़ी का पर्व मनाया गया। स्थानीय दुकानदारों ने प्रशासन से अनुमति लेने के बाद लोहड़ी पूजन किया व एक-दूसरे को इस पर्व की शुभकामनाएं दीं।