झोटों की लड़ाई के लिए पंचायतों ने दिया सुझाव
अर्की मुख्यालय पर अगले सितंबर माह में मनाए जाने वाले ऐतिहासिक जिलास्तरीय सायरोत्सव की सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई हैं। एसडीएम अर्की विकास शुक्ला ने प़त्रकारों से बात करते हुए बताया कि इस बार मेले को नया स्वरूप देने के प्रयास किए जाऐंगे। सायर मेले के मुख्य आकर्षण झोटों की लड़ाई पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर उन्होने कहा कि इस बारे में विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि मंडलों के उनके पास सुझाव आ चुके
संवाद सूत्र, अर्की : सितंबर में मनाए जाने वाले ऐतिहासिक जिलास्तरीय सायरोत्सव की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। एसडीएम अर्की विकास शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि इस बार मेले को नया स्वरूप देने के प्रयास करेंगे। सायर मेले के मुख्य आकर्षण झोटों की लड़ाई पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर उन्होंने कहा कि इस बारे में विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि मंडलों के सुझाव आ चुके हैं। उन्होंने कहा कि झोटों की लड़ाई को पुन: आरंभ करवाने के लिए इस मामले को माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष रखा जाएगा। यदि न्यायालय इस बात की आज्ञा नहीं देता है तो करयाला, छिज तथा अन्य स्थानीय कलाएं आयोजित की जाएंगी। एसडीएम शुक्ला ने बताया कि इस बार मेले में तीन सांस्कृतिक संध्याएं आयोजित कराई जाएंगी, ताकि स्थानीय कलाकारों को भी भरपूर समय मिल सके। एक दिन पहाड़ी व एक दिन पंजाबी संध्या आयोजित की जाएगी। उन्होने बताया कि मेले का सुचारू रूप से प्रबंधन करने हेतू विभिन्न उपसमीतियों का गठन कर लिया गया है। इन उपसमितियों की बैठक सितंबर के पहले सप्ताह में बुलाई गई है। एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया इस बार के मेले को व्यापारिक बनाने के प्रयास किए जाएंगे। लवी मेले की तर्ज पर हस्तशिल्प व ड्राई फ्रूट की दुकानें लगवाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अलावा मेले को अधिक आकर्षक बनाने के लिए और भी संभव कदम उठाए जाएंगे।