देश में बने खिलौनों से खेलेंगे बच्चे
अब बच्चे देश में बने खिलौनों से ही खेलेंगे। चीन निर्मित खिलौनों को व्य
विनोद कुमार, सोलन
अब बच्चे देश में बने खिलौनों से ही खेलेंगे। चीन निर्मित खिलौनों को व्यापारियों ने मंगवाने से मना कर दिया है। पहले से जो स्टॉक है उसे भी कूड़ादान में फेंकने का निर्णय लिया है। सोलन जिला के सोलन, अर्की, दाड़लाघाट सहित कुनिहार के व्यापार मंडल ने चीन निर्मित सामान का बहिष्कार किया है। व्यापारियों का कहना है कि अब दिल्ली के सदर बाजार में बनने वाला खिलौने ही बेचेंगे। इनका कहना है की इससे देश के छोटे उद्यमियों को भी फायदा होगा।
व्यापार मंडल सोलन के अध्यक्ष मुकेश गुप्ता का कहना है कि सोलन व्यापार मंडल तो काफी समय से चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार करता आया है। चीन के साथ सीमा विवाद के बाद शहर के व्यापारियों में चीन के खिलाफ गुस्सा है। मुकेश ने बताया कि सोलन का कोई भी व्यापारी अब चीन में निर्मित खिलौने व अन्य सामान नहीं मंगवा रहा है।
सोलन के लक्कड़ बाजार स्थित आदर्श गिफ्ट गैलरी के मालिक आदर्श अग्रवाल का कहना है कि वह काफी समय से खिलौनों का व्यापार करते है। इससे पहले चीन में निर्मित खिलौने शहर में काफी बिकते थे। सीमा विवाद के बाद से सभी व्यापारियों ने स्वदेशी उत्पाद अपनाने का प्रण लिया है। सोलन में खिलौनों के व्यापारी कृष्णा जनरल स्टोर के मालिक राजकुमार का कहना है कि उनके पास स्टाक में चीन में निर्मित जो खिलौने हैं उन्हें वह नहीं बेच रहे हैं। राजकुमार ने बताया की खिलौनों का नया स्टाक अब दिल्ली से मंगवा रहे हैं।
दाड़लाघाट व्यापार मंडल के उपप्रधान हेमराज गौतम का कहना है कि किसी देश का वर्चस्व वहां की अर्थव्यवस्था पर टिका होता है। चीन का सामान भले ही यूज एंड थ्रो हो, लेकिन भारतीय लोग सबसे ज्यादा प्रयोग चाइना के सामान का करते हैं। सभी देशवासियों को एकजुटता से प्रण लेना चाहिए कि वे चीन में निर्मित सामान का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।