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बहुमत मिलने पर घोषणा पत्र को ही संविधान नहीं मान लें: खुर्शीद

हिमाचल प्रदेश में अच्छे स्कूलों की कमी नहीं पर हर क्षेत्र में अच्छे संस्थान होना जरूरी है। अच्छी शिक्षा क्या है बच्चों को पढ़ा लिखा देना ही काफी नहीं एक वैल्यू एजूकेशन क्या होती है इस उद्देश्य से काम करते हुए स्कूल प्रतिभाओं को तराशकर सजाकर संवारकर समाज को प्रस्तुत करेगी। यहां से किसी भी बच्चे या उसके अभिभावक निराश होकर नहीं लौटना पड़ेगा। यह बात रविवार को केंद्र सरकार में विदेश मामलों के पूर्व मंत्री रहे सलमान खुर्शीद ने कंडाघाट में स्कूल के उदघाटन समारोह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने बताया कि जीवन में मां औऱ अध्यापक की अहम भूमिका होती है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 07:27 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 06:20 AM (IST)
बहुमत मिलने पर घोषणा पत्र को ही संविधान नहीं मान लें: खुर्शीद
बहुमत मिलने पर घोषणा पत्र को ही संविधान नहीं मान लें: खुर्शीद

संवाद सूत्र, कंडाघाट : संविधान से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। सरकारें आती-जाती हैं, लेकिन संविधान हमेशा रहता है। किसी को बहुमत मिले तो वह पार्टी के घोषणा पत्र को ही संविधान नहीं मान ले।

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यह बात रविवार को सोलन के कंडाघाट स्थित एक निजी स्कूल के उद्घाटन समारोह के दौरान पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने पत्रकारों से कही।

उन्होंने कहा कि समाज के पिछड़े वर्गों को आरक्षण की आवश्यकता है। इसके बिना देश में अस्थिरता हो सकती है। जो लोग कांग्रेस नेता राहुल गांधी का विरोध करते हैं, सच्चाई यह हैं कि वे उनसे डरते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिले जनादेश को हम स्वीकार करते हैं और पार्टी के खराब प्रदर्शन पर चिंतन करेंगे।

अच्छी शिक्षा बच्चों को पढ़ा-लिखा देना ही नहीं, बल्कि इसका उद्देश्य प्रतिभाओं को संवारकर समाज को प्रस्तुत करना होता है। जीवन में मां औऱ अध्यापक की अहम भूमिका होती है।


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