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सूर्य अ‌र्घ्य के साथ संपन्न हुआ छठ पर्व

बीबीएन में छठ पूजा पर्व उल्लास से मनाया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 07:07 PM (IST)Updated: Wed, 14 Nov 2018 07:07 PM (IST)
सूर्य अ‌र्घ्य के साथ संपन्न हुआ छठ पर्व
सूर्य अ‌र्घ्य के साथ संपन्न हुआ छठ पर्व

संवाद सूत्र, नालागढ़ : बीबीएन में छठ पूजा पर्व उल्लास से मनाया गया। बुधवार सुबह सूर्य को अ‌र्घ्य देकर लोगों ने व्रत तोड़ा। लोगों ने सूर्य भगवान की पूजा करके बच्चों की लंबी आयु, सुख समृद्धि की कामना की। बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ के नदी नालों के किनारे बुधवार सुबह मेलों जैसा माहौल रहा।

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सुबह पांच बजे से ही बालद, सरसा, महादेव, चिकनी नदी के किनारे पूर्वाचल राज्यों के लोगों का आना शुरू हो गया। सूर्य की पहली किरण निकलने से पहले लोगों ने नदियों के किनारे केले व गन्ने सहित पूजा सामग्री को जमा कर दिया। नदी के किनारे फल, सब्जियां व मिठाइयों के ढेर लगा दिया। ऐसा लग रहा था जैसे नदी के किनारे दुकानें सज गई हों। साथ में घी के दीये जला कर दीवाली जैसा वातावरण तैयार किया। बच्चों ने खूब आतिशबाजी व पटाखों फोड़े।

पूर्वाचल जन कल्याण समिति के अध्यक्ष सत्या पांडे ने बताया कि पहले यहां से लोग अपने क्षेत्र के लिए रवाना होते थे। इससे जहां पर आने जाने में लोगों का समय खर्च होता था, वहीं औद्योगिक क्षेत्र में भी कामगारों की कमी होती थी, लेकिन अब नदी नालों के किनारे लोगों ने घाट तैयार कर लिए हैं। इससे अब लोग यहीं पर छठ पूजा करते हैं। त्योहार के लिए नदी नालों का पानी भी पवित्र होना चाहिए। इसके लिए हरियाणा सरकार ने सन सिटी मार्ग के पास घाट तैयार किया है। उन्होंने बताया कि इसी घाट के साथ सूर्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा।

उद्योगों के पानी से दूषित हुए नदी-नाले

औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के नदी-नाले अब दूषित हो गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मलपुर में सीईटीपी प्लांट होने की बात करता है, वहीं पर्यावरणविदों का कहना है कि अभी तक उद्योगों का दूषित जल सीधा नदी-नालों में छोड़ा जा रहा है। ऐसे में इन नदी-नालों में लोग स्नान करने में कतराने लगे हैं। लोगों का कहना है कि दूषित पानी से स्नान करने के बाद शरीर में खारिश हो जाती है।


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