मौसम की मार से खतरे में लाल सोना
भूपेंद्र ठाकुर सोलन बिगड़ैल मौसम से सोलन के लाल सोने यानी टमाटर पर खतरे के बादल मंडरा
भूपेंद्र ठाकुर, सोलन
बिगड़ैल मौसम से सोलन के लाल सोने यानी टमाटर पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। बीते तीन दिनों से हो रही बारिश के बाद टमाटर में झुलसा व अन्य कई रोग लगने शुरू हो गए हैं। कोरोना काल में मौसम की मार ने किसानों की चिता को बढ़ा दिया है।
सोलन जिले के पहाड़ी क्षेत्र में टमाटर का उत्पादन काफी बड़े स्तर पर किया जाता है। करीब चार हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसान टमाटर का उत्पादन करते हैं। अधिकतर किसानों के लिए टमाटर का उत्पादन ही आय का मुख्य साधन है। बीते वर्ष टमाटर के अच्छे दाम मिलने के बाद किसान काफी उत्साहित थे। लेकिन मौसम ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। बुधवार को लगातार तीसरे दिन सोलन व आसपास के क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहा। बादल छाए रहने से तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है। जिला सोलन का तापमान सामान्य से पांच से सात डिग्री सेल्सियस कम है। इसका सबसे अधिक असर टमाटर पर पड़ रहा है। तापमान कम व अधिक बारिश होने से टमाटर झुलसा रोग की चपेट में आने लगा है। इसके अलावा बारिश से किसानों के खेतों में पानी जमा हो रहा है। इससे टमाटर के पौधे सूखने शुरू हो गए हैं। इसकी वजह से भी किसानों को काफी नुकसान हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 घंटे तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि हो सकती है। यदि मौसम इसी तरह बना रहता है तो नुकसान का आंकड़ा कहीं अधिक बढ़ सकता है। अभी तक करीब दो करोड़ से अधिक की नकदी फसलें खराब हो चुकी हैं।
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खराब मौसम की वजह से टमाटर की फसल को नुकसान हो सकता है। बारिश का पानी किसान खेतों में खड़ा न होने दें। तथा पानी की निकासी का उचित इंतजाम करें। फील्ड से नुकसान की रिपोर्ट मंगवाई गई है।
-राजेश कौशिक, उपनिदेशक, कृषि विभाग।