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राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था पर लापरवाही का केस

जागरण संवाददाता, सोलन : आंजी पंचायत में जमीन धंसने से 10 घरों को पैदा हुए खतरे पर ग्रामीणा

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Aug 2018 06:23 PM (IST)Updated: Fri, 24 Aug 2018 06:23 PM (IST)
राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था पर लापरवाही का केस
राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था पर लापरवाही का केस

जागरण संवाददाता, सोलन : आंजी पंचायत में जमीन धंसने से 10 घरों को पैदा हुए खतरे पर ग्रामीणों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। थाना सपरून पुलिस ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं इस मामले में अब आंजी पंचायत ने भी संज्ञान लिया है। पंचायत प्रधान ने राधा स्वामी संस्था के पदाधिकारियों और प्रभावित ग्रामीणों को नोटिस जारी किए हैं। नोटिस के तहत सभी लोगों को 25 अगस्त को पंचायत में उपस्थित होने को कहा है।

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फैसला नहीं हुआ तो जाएंगे कोर्ट

आंजी पंचायत के ग्रामीणों ने कहा कि संस्था का यह कहना गलत है कि पानी के रिसने से यह जमीनें धंस रही हैं। ग्रामीण सुनील गुप्ता ने कहा कि कटिंग के बाद संस्था ने सारी पहाड़ियों को खुला छोड़ दिया, जिसके चलते धीरे-धीरे पहाड़ियां खिसक रही हैं और लोगों के घरों में दरारें पड़ने लगी हैं। संस्था ने पहले भी लोगों की घासनियों, पशुशाला सहित अन्य फसलें भी इसी तरह से गिराई। बाद में उन्हें थोड़ी रकम देकर चुप करवाया गया।

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बैठक आज 11 बजे

पंचायत आंजी के प्रधान गरीब दास ने कहा कि छह से आठ ग्रामीणों को नोटिस जारी किए हैं। राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था के सचिव व कुछ अन्य को उपस्थित होने के नोटिस जारी किए हैं। शनिवार को बैठक की जाएगी। इसमें वही लोग शामिल रहेंगे जिन्हें नोटिस जारी किए गए हैं। संस्था और ग्रामीणों के मध्य अगर कोई वार्ता सफल होती है तो मुद्दा खत्म कर दिया जाएगा।

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भूवैज्ञानिकों को लिखेंगे पत्र : पुलिस

थाना सपरून में ग्रामीणों ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था के खिलाफ लापरवाही और लोगों की जान को जोखिम डालने की शिकायत की है। आइपीसी की धारा 427 यानी नुकसान और 336 लापरवाही के तहत दर्ज किया है। सपरून थाना के जांच अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है। घटनास्थल पर जाकर फोटो, नक्शा सहित अन्य जरूरी सुबूतों की रिपोर्ट तैयार की है। लोगों के घरों में पहाड़ी के काटने से दिक्कत आई है या फिर पानी के रिसने से समस्या पैदा हुई है, इसके लिए भूविज्ञान विभाग शिमला को पत्र लिखा जाएगा। भू वैज्ञानिकों की रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई होगी।


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