कसौली व चायल के होटलों में बढ़ने लगी आक्यूपेंसी
मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के साथ ही पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है।
संवाद सहयोगी, सोलन : मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ने के साथ ही पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख करना शुरू कर दिया है। फिलहाल अभी संख्या कम है, लेकिन पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद जगने लगी है। इससे पर्यटन नगरी कसौली व चायल के होटलों में आक्यूपेंसी में वृद्धि हुई है। वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों से आने वाले पर्यटक होटलों में बिना रुके एक ही दिन में वापसी भी कर रहे हैं।
होटल संघ कसौली की मानें तो एक सप्ताह से प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या भले ही बढ़ी हो, लेकिन कसौली में आक्यूपेंसी की दर अभी 10 फीसद से ऊपर नहीं गई है। संघ का कहना है कि कसौली के होटलों में करीब 15 सौ कमरे हैं, जिसमें से वीकेंड पर मुश्किल से 150 ही बुक होते हैं। इससे होटल कारोबारियों को खर्च भी पूरा करना मुश्किल हो गया है, वहीं चायल क्षेत्र में अभी भी बहुत से होटल बंद पड़े ह़ुए हैं। सरकार के दिशानिर्देश का पालन कर रहे होटल संचालक
कोरोना संक्रमण से बचाव के दिशानिर्देश का होटलों में पूरी तरह से पालन हो रहा है। कमरों व पर्यटकों के सामान को सैनिटाइज किया जा रहा है। आरटीपीसीआररिपोर्ट के बाद ही पर्यटकों को होटल में ठहरने की अनुमति मिल रही है। कोरोना काल से पहले गर्मियों के सीजन में इन दिनों होटल फुल रहते थे। क्या कहते हैं होटल संघ के पदाधिकारी
होटल संघ कसौली के अध्यक्ष राजेंद्र चोपड़ा का कहना है कि एक सप्ताह से कसौली में पर्यटकों के आने से कारोबार गति पकड़ने लगा है। अभी भी कई होटल पूरी तरह से नहीं खुल पाए हैं। चोपड़ा ने बताया कि परिवहन के साधन न होने से होटल का स्टाफ नियमित रूप से नहीं पहु़ंच पा रहा है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि कोविड वैक्सीन का एक टीका लगाने वाले व्यक्ति को प्रदेश में आने की अनुमति दी जाए। वहीं होटल संघ चायल के अध्यक्ष देवेंद्र वर्मा का कहना है कि चायल में अभी सभी होटल नहीं खुल पाए हैं। वीकेंड पर आने लगे पर्यटक
डीएसपी परवाणू योगेश रोल्टा का कहना है बीते वीकेंड पर अधिक संख्या में अन्य राज्यों से गाड़ियों ने प्रदेश में प्रवेश किया है। जहां आम दिनों में औसतन 12 सौ छोटी गाड़ियां परवाणू सीमा से प्रदेश में प्रवेश करती हैं, वहीं बीते शनिवार को 22 सौ गाड़ियों ने प्रदेश में प्रवेश किया। इसमें काफी वाहन बाहरी राज्यों के थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्यटकों ने प्रदेश का रुख करना शुरू कर दिया है।