नालागढ़ में सितंबर 2022 में शुरू होगा एपीआइ का उत्पादन
औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के समीप पलासड़ा में प्रस्तावित बल्क ड्रग यूनिट
जागरण संवाददाता, सोलन : औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ के समीप पलासड़ा में प्रस्तावित बल्क ड्रग यूनिट में एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट (एपीआइ) यानी दवा उत्पादन के लिए जरूरी कच्चा माल बनाने का उद्योग लगेगा। सितंबर 2022 तक ट्रायल आधार पर इसका उत्पादन शुरू हो जाएगा। मुंबई की किनवान कंपनी को उद्योग विभाग ने पलासड़ा में 350 बीघा भूमि आवंटित कर दी है।
यहां उत्पादन शुरू होने के बाद बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) सहित देशभर के फार्मा उद्योगों को एंटीबायोटिक दवाओं का कच्चा माल आसानी से मिल सकेगा। वर्तमान में फार्मा उद्योग एपीआइ के लिए चीन पर निर्भर हैं और करीब 80 फीसद एपीआइ चीन से ही आपूर्ति हो रहा है। पलासड़ा में लगने वाले इस उद्योग की उत्पादन क्षमता 400 मीट्रिक टन प्रतिवर्ष होगी। कोरोना काल में मार्च 2021 में चीन ने एपीआइ की आपूर्ति पर रोक लगा दी थी। करीब एक माह बाद जब आपूर्ति बहाल की गई तो एपीआइ का दाम कई गुना बढ़ा दिया। ऊना में बल्क ड्रग पार्क बनाना प्रस्तावित है। इसके तहत नालागढ़ के पलासड़ा में बल्क ड्रग यूनिट स्थापित किए जाने की पहल की गई है। अब केवल दवा नियंत्रक विभाग से अनुमति लेना शेष रह गया है। माना जा रहा है कि करीब एक वर्ष में भवन आदि का निर्माण हो जाएगा। ट्रायल सफल रहने के बाद एक या दो माह में एपीआइ का व्यवसायिक उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
उद्योग विभाग के अतिरिक्त उपनिदेशक तिलक राज शर्मा का कहना है कि जल्द से जल्द औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। मुंबई की कंपनी को सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग यूनिट के लिए कंपनी की ओर से करीब 850 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।