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एन-95 मास्क की उत्पादन लागत 14 रुपये, बिक रहा 145 में

हिमाचल के उद्योगों में 14 रुपये की उत्पादन लागत से बनने वाला एन-95 मास्क ग्राहक तक 145 रुपये में पहुंच रहा है। मास्क के मनमाने दाम पर प्रदेश सरकार का नियंत्रण नहीं है और नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने भी दाम तय नहीं किए हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 04:49 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 10:19 PM (IST)
एन-95 मास्क की उत्पादन लागत 14 रुपये, बिक रहा 145 में
एन-95 मास्क की उत्पादन लागत 14 रुपये, बिक रहा 145 में

भूपेंद्र ठाकुर, सोलन

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हिमाचल के उद्योगों में 14 रुपये की उत्पादन लागत से बनने वाला एन-95 मास्क ग्राहक तक 145 रुपये में पहुंच रहा है। मास्क के मनमाने दाम पर प्रदेश सरकार का नियंत्रण नहीं है और नेशनल फार्मास्यूटिकल प्राइसिग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने भी दाम तय नहीं किए हैं। यही वजह है कि निर्माता कंपनी ने जो अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) मास्क पर अंकित कर दिया है, उसी पर बाजार में बिक रहा है।

कोरोना काल यानी मार्च 2020 से पहले एन-95 मास्क की ज्यादा मांग नहीं थी। कच्चा माल सस्ता होने की वजह से मास्क बनाने की लागत मात्र छह से आठ रुपये थी। कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद मास्क की मांग बढ़ गई और कच्चा माल महंगा हो गया। इसके बाद उत्पादन लागत 12 से 14 रुपये तक हो गई है। कंपनी एन-95 मास्क को थोक विक्रेता को 15 से 20 रुपये में सप्लाई करती है। इसके बाद मास्क वितरक के पास जाता है और स्थानीय डीलर के माध्यम से बाजार में पहुंचता है। सोलन जिले के बद्दी स्थित दो निजी उद्योगों में एन-95 मास्क तैयार किए जा रहे हैं। कोरोना काल में हो रही कालाबाजारी को रोकने में सरकार व विभाग विफल हैं। बिचौलियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से निजी कंपनियां मनमाना दाम मास्क पर अंकित कर देती हैं।

मास्क निर्माता कंपनी के मालिक का कहना है कि मात्र 20 रुपये में थोक रेट पर एन 95 मास्क सप्लाई कर रहे हैं। आगे वितरक उसे किस रेट पर बेच रहा है यह उनकी इच्छा पर निर्भर करता है।

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एनपीपीए मास्क के दाम तय करती है। विभाग के पास ऐसा कोई प्रविधान नहीं है, जिसके तहत दाम तय किए जा सकें।

-नवनीत मरवाह, राज्य दवा नियंत्रक, बद्दी।

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हिमाचल में नहीं मास्क टेस्टिंग लैब

हिमाचल में कोई भी मास्क टेस्टिंग लैब नहीं है। अन्य राज्यों में मास्क की टेस्टिंग करवाना महंगा पड़ता है। इसलिए हिमाचल में बने एन-95 मास्क बिना जांच के बिक रहे हैं। गुणवत्ता को लेकर समझौता किया जा रहा है या फिर मापदंड के अनुसार तैयार किए गए हैं, इस बात का किसी को पता नहीं है। एन-95 मास्क में मेल्ट ब्लोन फिल्टर का लगा होना बेहद जरूरी है। इसकी एक लेयर एन-95 मास्क में लगाई जाती है जो कोरोना संक्रमण को रोकने में सक्षम है।

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बद्दी से देशभर में होती है सप्लाई

एन 95 मास्क की बद्दी से देशभर में सप्लाई होती है। कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद इसकी मांग में काफी वृद्धि हुई है। बद्दी स्थित एक उद्योग में प्रतिदिन करीब दस हजार मास्क तैयार किए जा रहे हैं, उसके बाद भी कई आर्डर पेंडिंग हैं।


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