ठेका न खोलने पर अड़ा महिला मंडल
सूरजपुर ग्राम पंचायत के तहत मंधाला रोड पर खोले जा रहे शराब के ठेक
संवाद सहयोगी, बद्दी : सूरजपुर ग्राम पंचायत के तहत मंधाला रोड पर खोले जा रहे शराब के ठेके को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। दोनों पक्षों सहित तीसरे सरकारी विभाग के मध्य हुई लंबी वार्ता सोमवार को भी बेनतीजा निकली। महिला मंडल टिपरा की सदस्यों ने साफ कहा कि पंचायत में ठेका नहीं चाहिए।
उनका कहना है कि यह गांव का आम रास्ता है और स्कूली बच्चे व महिलाएं यहां से पैदल आते जाते हैं। उनका प्रयास है कि बच्चों व भावी पीढ़ी को नशे से बचाया जाए। इसके बाद ठेकेदार ने कहा कि जहां पर ठेका है वह कार्मिशयल मार्केट है और वहां पर ज्यादा घरेलू आबादी भी नहीं है और ठेका खोलने से गांव को कोई हानि नहीं होगी। इसके अलावा मंधाला रोड पर खोले जा रहे ठेके में किसी भी प्रकार के अहाते का प्रविधान नहीं रखा गया है।
महिला मंडल व ठेकेदार की दलीलें सुनने के बाद सहायक आबकारी एवं कराधान आयुक्त प्रीतपाल सिंह ने वह नशे के खिलाफ हैं पर विभाग की भी जिम्मेदारी है कि नकली व अवैध शराब न बिके इसलिए अगर इस स्थान पर ठेका खुलता है तो न तो राजस्व की हानि होगी और लोगों को गुणवत्तापरक शराब मिलेगी। पंचायत के संबंधित वार्ड सदस्य ने विभाग को एनओसी दी है। इसके अलावा कई लोगों ने लिखित में दिया है कि नकली शराब बिकने से अच्छा है कि यहां पर बाजार में शराब का ठेका खोला जाए।
दून भाजपा मंडलाध्यक्ष बलबीर ठाकुर ने भी ठेका खोलने का विरोध किया और कहा कि जब पांच सौ मीटर पर ठेका है तो इसको नहीं खोलना चाहिए और महिलाओं की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता हरिचंद बटेड ने कहा कि अगर ठेका खोलना ही है तो हेलीपैड के निकट कट्टल बाजार में खोल दिया जाए। महिला मंडल सदस्य सुशीला ठाकुर व बेअंत कौर ने कहा कि पंचायत प्रधान ने ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किए बगैर एनओसी दे दी है जो कि गलत है जबकि एटीसी आबकारी विभाग व ठेकेदार ने कहा कि उनके पास एनओसी है और उसके बाद ही यहां ठेका खोलने की कार्रवाई प्रारंभ की है।
इस अवसर पर महिला मंडल प्रधान रामकौर, देवो, सुशीला मेहता, बेअंत कौर मेहता, नरीता, अनु, गीता, गोला, पूजा, मोना, रेशमा, सावित्री, कमलेश, सुमन, शकुंतला, शांति, सत्या, मधुवाला आदि ने भी ठेका खोलने का विरोध किया। नहीं बनी सहमति : प्रीतपाल
सहायक आबकारी एवं कराधान आयुक्त प्रीतपाल सिंह ने कहा कि उस एरिया में अवैध शराब के मामले बढ़े हैं और 13 एफआइआर दर्ज हो चुकी हैं। हमने पालिसी के हिसाब से यहां ठेका खोलने की अनुमति दी थी पर वहां पर महिलाओं का विरोध है। अब दोनों पक्षों में वार्ता के बाद जो भी समझौता होगा उसी के बाद आगे बढ़ा जाएगा। हालांकि वह कामर्शियल एरिया है।