शहरी निकाय चुनाव में गंवाई साख, अब जिला परिषद से आस
जागरण संवाददाता सोलन शहरी निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद सोलन जिले में सत्तारूढ़ भाजपा को
जागरण संवाददाता, सोलन : शहरी निकाय चुनाव के नतीजे आने के बाद सोलन जिले में सत्तारूढ़ भाजपा को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। इसके साथ ही जिले से स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची है। यहां तक की अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र की परवाणू नगर परिषद तक में भाजपा की करारी हार हुई है। इसके साथ ही जिले के तीन अन्य शहरी निकाय में से भी सिर्फ बद्दी में ही जोड़तोड़ से भाजपा अपनी लाज बचा पाई है। अब भाजपा कार्यकत्र्ता स्वास्थ्य मंत्री समेत जिला परिषद चुनाव के लिए फील्ड में उतर गए हैं। गत चुनावों में जिला परिषद सोलन कांग्रेस काबिज है और अब भाजपा के लिए इस पर सत्ता में रहते हुए कब्जा जमाने की बड़ी चुनौती सामने है। निकाय चुनाव के बाद मंत्री ने बहाया पसीना
निकाय चुनाव के नतीजों में भाजपा की करारी हार के बाद अब बड़े दिग्गज व आम कार्यकत्र्ताओं ने भी मैदान में पसीना बहाना शुरू कर दिया है। जिला परिषद चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए अब सभी भाजपा कार्यकत्र्ता जनता की नब्ज टटोलने में लगे हैं, ताकि किसी तरह वह अपनी गिरती साख को बचा सकें। जिला परिषद चुनाव तीन चरणों 17, 19 और 21 जनवरी को होने वाले हैं। ऐसे में नेताओं के पास कुछ पंचायतों में अभी भी प्रचार के लिए चार दिन का समय शेष है। भाजपा के छह जिला परिषद वार्डो में बागियों से चुनौती
जिले की 17 जिला परिषद सीटों में भाजपा को सीधी टक्कर के साथ बागियों से भी जूझना पड़ रहा है। भाजपा के लिए यहां करीब छह वार्ड कुनिहार, डुमैहर, रतवाड़ी, दाड़वा, बवासनी और सपरून चुनौती बने हुए हैं। हालांकि कांग्रेस को भी इस परिस्थिति से जूझना पड़ रहा है और तीन वार्डो कसौली गढ़खल, श्रीनगर और जुखाली में बागी चुनौती बने हुए हैं। अब यह देखना रोचक होगा कि बागियों से कौन से पार्टी पार पाने में कामयाब हो पाती है। जिला में कांग्रेस की तुलना में भाजपा को बगावत का अधिक सामना करना पड़ रहा है। कल थमेगा प्रचार अभियान
पहले चरण में होने वाले मतदान के लिए 15 जनवरी यानी शुक्रवार को प्रचार थम गया है, हालांकि अभी प्रत्याशियों के पास 16 जनवरी को डोर टू डोर संपर्क साधने का समय शेष है। वहीं दूसरे और तीसरे चरण के लिए 17 व 21 जनवरी को चुनाव होगा। यहां प्रत्याशियों के पास अभी पर्याप्त समय शेष है।