लोग ज्यादा न हो इसलिए दूल्हा खुद कार चलाकर बरात लाया
उपमंडल की ग्राम पंचायत पलोग के अंतर्गत रौड़ी गांव में बिमला देवी की बेटी का विवाह कोविड 19 के चलते बहुत ही सादे तरीके से संपन्न हुआ।
संवाद सूत्र, अर्की : लॉकडाउन में हुई कई शादियां चर्चा में रहीं, लेकिन दूल्हा खुद कार चलाकर अपनी बरात लेकर दुल्हन के घर पहुंचा ऐसा शायद पहली बार हुआ है। शनिवार को फूलों से सजी कार जब मांजू के रौड़ी गांव में पहुंची तो लोगों को थोड़ी देर के लिए हैरानी हुई, क्योंकि पहले कभी किसी दूल्हे को अपनी बरात की गाड़ी चलाते हुए न तो सुना व न ही देखा था। हालांकि यह शादी समाज के लिए एक मिसाल है। दूल्हा मात्र कुछ रिश्तेदारों के साथ बरात लेकर आया था और बहुत ही साधारण तरीके से शादी की रस्में पूरी की। इस शादी में पंचायत प्रधान योगेश चौहान भी साक्षी बने।
दूल्हे नीरज ने बताया कि कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण प्रशासनिक निर्देश का पालन करते हुए कुछ रिश्तेदार ही बरात में शामिल हैं। बरातियों की संख्या ज्यादा न हो जाए इसके लिए खुद ही गाड़ी चलाकर आया हूं। अन्य दो छोटी गाड़ियों को भी रिश्तेदार ही चला रहे हैं। अर्की उपमंडल की ग्राम पंचायत पलोग के अंतर्गत रौड़ी गांव में बिमला देवी की बेटी की शादी थी। इस शादी में न शहनाई की धुन बजी न बरातियों का मजमा और न ही कोई बड़ा तामझाम। चंद रिश्तेदारों की मौजूदगी में वर-वधु ने एक दूसरे को वरमाला पहनाई। समारोह में सभी लोगों ने मुंह पर मास्क लगाकर शारीरिक दूरी के नियम का पालन भी किया। दूल्हे के फूफा सुरेश जोशी ने बताया कि बरात दिग्गल के चमदार गांव से मांजू के रौड़ी गांव आई है।