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कर्मचारियों की कमी, टूट रहे नियम

संवाद सहयोगी सोलन यातायात नियमों का पालन करने के लिए जिला सोलन पुलिस के पास भी स्टाफ व सं

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 05:59 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 05:59 PM (IST)
कर्मचारियों की कमी, टूट रहे नियम
कर्मचारियों की कमी, टूट रहे नियम

संवाद सहयोगी, सोलन : यातायात नियमों का पालन करने के लिए जिला सोलन पुलिस के पास भी स्टाफ व संसाधनों की कमी है। जिले में यातायात नियम तोड़ने के रोजाना सैकड़ों मामले सामने आते हैं। हालांकि यातायात पुलिस द्वारा चालान कर जुर्माना भी वसूल किया जाता है। पुलिस को वाहन चालकों से इन नियमों का पालन करवाने के लिए संसाधन व स्टाफ की जरूरत पड़ती है, जिसकी कमी वर्षो से पूरी नहीं हो पाती है।

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पुलिस विभाग की मानें तो जिले में पिछले वर्षो में वाहनों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है, लेकिन थानों में स्टाफ की संख्या में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है। कोरोना काल में तो बहुत से कर्मचारी संक्रमित भी हो रहे हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन को यातायात नियमों का पालन करवाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

सोलन में 12 गति मापक यंत्र में से छह उपलब्ध

राजमार्ग पर ओवरस्पीड के मामलों की जांच के लिए गति मापक यंत्र का प्रयोग किया जाता है। वाहनों की संख्या को देखते हुए यहां पर 12 गति मापक यंत्रों की आवश्यकता है, लेकिन पुलिस के पास छह ही यंत्र उपलब्ध हैं। वहीं लेजर स्पीड मीटर भी 12 में से छह ही उपलब्ध हैं। जिले में केवल दो ही नॉयज मीटर वर्तमान में उपलब्ध हैं। सोलन में एल्कोहल मीटर 30 व डोपलर छह उपलब्ध हैं। आरटीओ कार्यालय में स्टाफ की कमी

आरटीओ कार्यालय सोलन में स्टाफ की कमी होने से कामकाज प्रभावित होता है। इन दिनों आरटीओ सोलन के कोरोना संक्रमित होने के बाद कुछ स्टाफ के सदस्यों को भी होम आइसोलेट किया हुआ है। इससे कामकाज भी प्रभावित हो रहा है। इस वर्ष कम हुए शराब पीकर व ओवरस्पीड में वाहन चलाने के मामले

जिला सोलन में वर्ष 2020 में बीते वर्ष के मुकाबले शराब पीकर वाहन चलाने व ओवरस्पीड के मामलों में काफी कमी आई है। वर्ष 2019 में पुलिस ने जहां शराब पीकर गाड़ी चलाने के 2824 मामले सामने आए थे, वहीं इस वर्ष अब तक पुलिस ने मात्र 53 वाहन चालकों के ही चालान शराब पीकर गाड़ी चलाने के किए हैं। वहीं बीते वर्ष पुलिस ने ओवरस्पीड के 130 चालान किए थे, इस वर्ष 53 चालान किए गए हैं। जिले में जिस गति से वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। थानों व चौकियों में स्टाफ पहले के बराबर ही है। संसाधनों में कमी के चलते भी कई बार नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने में दिक्कत होती है। लोगों को भी यातायात नियमों का पालन करना होगा।

योगेश जोशी, डीएसपी ट्रैफिक सोलन।


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