स्वास्थ्य विभाग को टेस्ट करवाने के लिए दूसरे राज्यों का करना पड़ेगा रुख
प्रदेश स्वास्थ्य खाद्य सुरक्षा विनियमन की एकमात्र कंपोजिट टेस्टिंग लैब (सीटी
जागरण संवाददाता, सोलन : प्रदेश स्वास्थ्य खाद्य सुरक्षा विनियमन की एकमात्र कंपोजिट टेस्टिंग लैब (सीटीएल) कंडाघाट (सोलन) के लाइसेंस को नेशनल एक्रीटिडेशन बोर्ड ने रद कर दिया है। अब इस लैब में कई टेस्ट नहीं हो सकेंगे। अब प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को कुछ टेस्ट के लिए दूसरे राज्यों में स्थित लैब की मदद लेनी होगी, जिसमें खर्च के साथ समय भी अधिक लगेगा।
दवा और खाद्य पदार्थो की सही जांच के लिए नेशनल एक्रीटिडेशन बोर्ड ने कड़े नियम बनाए हैं। देश में नए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड रूल भी बनाए गए हैं। नए नियमों के तहत देश में इस तरह की कई फूड टेस्टिंग लैब को अपग्रेड करने के लिए दो साल का समय दिया गया था।
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क्या रही कमी
शर्तो के मुताबिक इन लैब में नए उपकरण, उच्चस्तरीय मशीनरी और पर्याप्त स्टॉफ होना चाहिए था, लेकिन सीटीएल इन शर्तो को पूरा नहीं कर सकी। सूत्रों के अनुसार अब सीटीएल में लीगल सैंपल की जांच नहीं हो सकेगी। हालांकि फूड इंस्पेक्टर की ओर से बाजार से उठाए गए सैंपल की जांच यहां होती रहेगी। लीगल सैंपल को एकत्र करने के बाद अब दूसरे राज्यों में स्थापित मान्यता प्राप्त लैब में भेजना होगा।
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इसकी जानकारी मिली है। अभी कुछ समय पहले ही लैब को 50 लाख रुपये से अपग्रेड किया गया है और करीब आठ करोड़ रुपये की नई मशीनरी स्थापित की गई है। स्टॉफ में भी कई भर्तियां की गई हैं और अब जो भी कमियां शेष रह गई हैं, जल्दी ही वे भी दूर होंगी। कोरोनाकाल में लैब को अपग्रेड करने में थोड़ा अधिक समय लगा है, अन्यथा लैब को मान्यता जरूर मिल जाती। बोर्ड की तरफ से सितंबर तक का समय दिया गया था।
-अरविंद शर्मा, प्रभारी, कंपोजिट टेस्टिंग लैब कंडाघाट।