सोलन में हांफ रही सफाई व्यवस्था
संवाद सहयोगी सोलन शहर को स्वच्छ बनाने के लिए शुरू की गई घर-घर से कूड़ा उठाने की योज
संवाद सहयोगी, सोलन : शहर को स्वच्छ बनाने के लिए शुरू की गई घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना सिरे चढ़ती नहीं दिख रही है। इससे लोगों को अभी भी परेशान होना पड़ रहा है। कूड़ा एकत्र करने की योजना के विफल होने का एक मुख्य कारण निगम में सफाई कर्मचारियों की कमी भी है।
शहर के लोगों का कहना है कि सफाई कर्मचारी कूड़ा एकत्र करने के लिए कभी समय पर नहीं पहुंचते हैं तो कभी छ़ुट्टी का बहाना बना देते हैं। नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो वर्तमान में शहर में करीब 200 सफाई कर्मचारी हैं, इन्हें समूहों में विभाजित करके सभी वार्डो से कृड़ा एकत्र करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जब कभी किसी वार्ड में कार्यरत कर्मी छ़ुट्टी पर होता है तो निगम के पास उसके स्थान को पूरा करने के लिए कर्मचारियों की कमी सताती है।
नगर निगम बनने के बाद सोलन का क्षेत्र बढ़ गया है, लेकिन सफाई कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है। वहीं निगम द्वारा पहली जनवरी से कूड़ा एकत्र करने की योजना भी शुरू की गई थी, जिसके तहत सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग दिन उठाया जा रहा है। इस योजना के तहत मंगलवार को सूखा कूड़ा उठाया जाता है, यदि कर्मचारी मंगलवार को छ़ुट्टी है तो कूड़ा देने के लिए शुक्रवार तक का इंतजार करना पड़ता है। वहीं नौकरी-पेशा लोगों का कहना है कि कूड़ा एकत्र करने वाले कर्मचारी देरी से पहुंचते हैं और उन्हें कार्यालय भी समय से पहुंचना होता है। वहीं यदि लोग कूड़ा घर के बाहर छोड़ जाएं तो बंदर व लावारिस कुत्ते आसपास के क्षेत्रों में फैला देते हैं। लोगों की जुबानी
शहर को स्वच्छ बनाने के लिए शुरू की गई घर-घर से कूड़ा उठाने की योजना ज्यादा कामयाब नहीं हो पाई है। कभी कूड़ा उठाने वाले कर्मचारी आते ही नहीं हैं तो कभी देरी से पहुंचते हैं। शहर के जिन क्षेत्रों में कूड़ादान हैं उनकी हालत भी ठीक नहीं है। कूड़ादान टूटे होने व ढक्कन न होने के चलते बंदर तथा बेसहारा पशु कूड़े में मुंह मारते हैं, जिससे कूड़ा सड़क पर फैल जाता है।
संजय भारद्वाज, निवासी सोलन। सोलन शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए शुरू की गई कूड़ा एकत्र करने की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई है। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सफाई कर्मचारी कूड़ा एकत्र करने देरी से आते हैं, जिससे नौकरी-पेशा लोगों को परेशान होना पड़ता है।
- अंकुश सूद, अध्यक्ष शहरी कांग्रेस सोलन। सोलन शहर में कूड़ा एकत्र करने की योजना उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी है। शहर में कई स्थानों पर कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं। यह पूर्व नगर परिषद के समय में अध्यक्ष व पार्षदों की लापरवाही को दर्शाता है।
- सुरजीत ठाकुर, आम आदमी पार्टी पदाधिकारी।
शहर को स्वच्छ रखने के लिए निगम द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं। शहर में सूखा व गीला कूड़ा अलग-अलग उठाया जा रहा है। जहां तक सफाई कर्मचारियों की कमी का सवाल है वह इस पर विचार करेंगे। यदि आवश्कता पड़ी तो और सफाई कर्मियों की नियुक्ति की जाएगी।
- एलआर वर्मा, आयुक्त नगर निगम सोलन।