डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर की अमन चैन की कामना
बीबीएन में छठ पूजा का पर्व पूर्वाचल के लोगों ने धूमधाम से मनाया। डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार के सुख समृधि व देश में अमन चैन के लिए कामना की। जिन लोगों के पास संतान नहीं होती वह छठी माईया का उपवास करते हैं। लोगों की मान्यता है कि इस उपवास के करने से वंश चलना शुरू हो जाता है इसलिए कंवारी कन्याएं इस व्रत को नहीं करती है। पूर्वाचल जन कल्याण कमेटी ने इस उपवास को संपन्न करवाने के लिए घाट तैयार किए हैं और साथ ही लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर लंगर की भी व्यवस्था की गई जिसमें हजारों लोगों ने छठी माईया का प्रसाद ग्रहण कर आर्शीवाद
संवाद सूत्र, बद्दी : बीबीएन में छठ पूजा का पर्व पूर्वांचल के लोगों ने धूमधाम से मनाया। डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार के सुख समृद्धि व देश में अमन चैन के लिए कामना की। पूर्वाचल कल्याण कमेटी ने व्रत को संपन्न करवाने के लिए घाट तैयार किए हैं। लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर हजारों लोगों ने छठी मां का प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
बीबीएन में पूर्वांचल क्षेत्र के करीब दो लाख कामगार विभिन्न उद्योगों में कार्यरत हैं। कुछ लोगों ने उद्योग भी स्थापित किए हैं। छठ पूजा पूर्वांचल के लोगों का मुख्य पर्व है। इस पर्व को मनाने के लिए सभी कामगार अपने अपने घरों को जाते हैं, लेकिन सभी कामगारों का एक साथ जाने संभव नहीं होने पर पचास फीसद कामगार यहीं पर इस पवित्र पर्व को मनाते हैं।
बद्दी के सनसिटी, शीतलपुर, किशनपुरा, मानपुरा, खरूणी, दासो माजरा, किरपालपुर, के साथ लगती सरसा नदी व नालागढ़ की चिकनी नदी के किनारे पानी में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य दिया गया। छठ माईया के जयकारे भी लगाए गए। समिति के प्रधान सत्या पांडे, उपाध्यक्ष पिटू सिंह, परमहंस दिवेदी, अरूण वर्मा, अमरेंद्र वर्मा, राजू वर्मा, उत्तम ठाकुर, शेखर सिंह, सरवन ठाकुर, जगन्नाथ व पवन ने बताया कि सनसिटी के समीप देर सांय भंडारा लगाया, जिसमें लोगों ने माता का प्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर भोजपुरी गायक छोटू बिहारी, तनु प्रियंका, वीरेंद्र वीर व रंजन दूबे ने गीत भी पेश किए। सांस्कृतिक कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।