लाखों खर्च, फिर भी नहीं हुआ सीवरेज व्यवस्था में सुधार
विनोद कुमार सोलन तेजी से विकसित होते सोलन शहर में जल निकासी व्यवस्था पर लाखों रुपये खर्च कर
विनोद कुमार, सोलन
तेजी से विकसित होते सोलन शहर में जल निकासी व्यवस्था पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी इसमें कोई खास सुधार नहीं आया है। लोक निर्माण विभाग व स्थानीय नगर परिषद प्रतिवर्ष शहर में ड्रेन बनाने का कार्य करती है, लेकिन इतना पैसा खर्च करने के बाद बरसात के मौसम में जरा-सी बारिश होने के बाद भी सड़कें पानी से भर जाती हैं। इससे वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशान होना पड़ता है।
जल निकासी की व्यवस्था के लिए यहां पर नालियां बनी भी हैं, लेकिन उनकी सही ढंग से सफाई न होने के चलते बारिश के बाद सारी गंदगी सड़क पर बहने लगती है। प्रतिवर्ष लोक निर्माण विभाग व स्थानीय निकाय इसके लिए बजट बनाते हैं व खर्च भी करते हैं, उसके बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो पाता है।
नगर परिषद के बाद अब सोलन नगर निगम बन चुका है व निगम चुनाव के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। 30 वर्ष में सोलन शहर की आबादी दोगुनी हुई है। सांख्यिकी विभाग की मानें तो वर्ष 1981 में सोलन की जनसंख्या 13127 व 1991 में 21 हजार के करीब थी। इसके बाद शहर की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि हुई व 2011 की जनगणना के मुताबिक सोलन की जनसंख्या 39256 तक पहुंच गई। जनसंख्या बढ़ने के साथ ही शहर विकसित हुआ, लेकिन सीवरेज में कोई खास सुधार नहीं हो पाया है। क्या कहते हैं लोग
शहर में सीवरेज व्यवस्था को लागू करने के प्रयास किए गए, लेकिन लोगों ने इसमें इच्छा नहीं दिखाई। लोगों की सुविधा के लिए शहर को तीन हिस्सों में बांटा गया था और लोगों से आग्रह किया था कि वह अपने घर के लिए कनेक्शन लेना शुरू कर दें। हैरानी की बात है कि लोगों ने उस समय दिलचस्पी नहीं दिखाई। हालांकि नगर परिषद की भी कुछ खामियां जरूर रही हैं।
कुल राकेश पंत, पूर्व अध्यक्ष नगर परिषद। हमारा वार्ड इस समस्या से काफी समय से जूझ रहा है। इस मसले को लेकर मैंने पहले व्यक्तिगत तौर पर भी नगर परिषद को कई बार कहा है, लेकिन अब तक यह कार्य नहीं हो सका। हमारा प्रयास है कि शहर में बेहतर क्षमता वाले सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जाएं और लोगों को इसकी सुविधा से जोड़ा जाए।
- नरेश गांधी, भाजपा प्रत्याशी वार्ड 14 सोलन। सीवरेज की समस्या लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है। शहर में अब तक इस मामले को लेकर केवल औपचारिकताएं ही हुई हैं। अब जो भी नगर निगम पर काबिज होता है उनसे हमारी मांग यही होगी कि शहर को सीवरेज व्यवस्था से जोड़ा ताए, ताकि शहर स्वच्छ और स्वस्थ रह सके।
- मनोज गुप्ता, निवासी वार्ड नंबर छह सोलन।