अर्की अस्पताल में जल्द भरे जाएं तकनीशियनों के पद
नागरिक अस्पताल अर्की की लैब केवल एक तकनीशियन के सहारे चल रही है जिससे रोजाना अस्पताल आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि अर्की अस्पताल में लेब तकनीशियन के चार पद स्वीकृत हैं। फरवरी में एक के सेवानिवृत हो जाने से अब केवल एक टैक्नीशियन लैब को चला रहा है। अर्की अस्पताल में रोजाना मरीजों की काफी ओपीडी संख्या रहती है जिसमें से मरीज लैब में अपना टैस्ट करवाने आते हैं। परंतु एक टैक्नीशियन के चलते उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है तथा कई बार तो टैस्ट के लिए अगले दिन आना पड़ता है। पिछले दो वर्षाें में अर्की अस्पताल
संवाद सूत्र, अर्की : नागरिक अस्पताल अर्की की लैब केवल एक तकनीशियन के सहारे है। इससे रोजाना अस्पताल आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अर्की अस्पताल में लैब तकनीशियन के चार पद स्वीकृत हैं। फरवरी में एक के सेवानिवृत्त होने के बाद केवल एक ही तकनीशियन रह गया है। अस्पताल में रोजाना मरीजों की काफी ओपीडी रहती है। इसमें से मरीज लैब में टेस्ट करवाने आते हैं। परंतु एक तकनीशियन होने के कारण काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है तथा कई बार तो टेस्ट के लिए अगले दिन आना पड़ता है।
पिछले दो साल में अर्की अस्पताल की लैब में तकनीशियनों की संख्या चार थी जिससे लैब का काम सुचारू रूप से चल रहा था। परंतु तीन तकनीशियनों के सेवानिवृत्त होने से सारा कार्यभार एक ही तकनीशियन पर है। लोगों का कहना है कि जिस प्रकार एक्स-रे विभाग को निजी हाथों में सौंप दिया गया है उसी प्रकार लैब को भी आइजीएमसी की भांति निजी हाथों में दे दिया जाए। लोगों ने सरकार व विभाग से तकनीशियनों के पदों को भरने की मांग की है।