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सोलन में 350 करोड़ रुपये का सेब कारोबार

लंबे समय बाद इस वर्ष सोलन में सेब का कारोबार 350 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 11:40 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 11:40 PM (IST)
सोलन में 350 करोड़ रुपये का सेब कारोबार
सोलन में 350 करोड़ रुपये का सेब कारोबार

भूपेंद्र ठाकुर , सोलन

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इस वर्ष सोलन में सेब का कारोबार 350 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। पांच साल में यह पहला मौका है, जब सेब का इतना अधिक कारोबार हुआ है। सोलन व परवाणू सेब मंडी में अब तक 31 लाख सेब की पेटियां पहुंच चुकी हैैं। इस सीजन का 90 फीसद सेब मंडी में आ चुका है। अब केवल 10 फीसद सेब बगीचों में रहा है।

जानकारी के अनुसार बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष सेब का बंपर उत्पादन हुआ है। बीते वर्ष मंडी में 19 लाख सेब की पेटियां पहुंची थी। इस दौरान करीब 200 करोड़ का व्यापार ही मंडी में हो पाया था। हालांकि इस बार शुरुआती दौर में सेब काफी कम रेट पर बिका था और बागवानों को 400 रुपये प्रति पेटी तक बेचनी पड़ी थी। लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे रेट बढ़ता रहा और सेब चार हजार रुपये प्रति पेटी तक बिका है।

सोलन सेब मंडी में शिमला, कुल्लू, मंडी, किन्नौर, सोलन, सिरमौर से बागवान सेब लेकर पहुंचते हैं। इसके अलावा टर्मिनल मंडी परवाणू में भी सेब का व्यापार काफी बड़े स्तर पर किया जाता है। सेब का व्यापार अधिक होने की वजह से मार्केट कमेटी को भी करीब तीन करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हुई है।

मार्केट कमेटी सोलन के सचिव रविद्र शर्मा का कहना है कि इस वर्ष सेब का बंपर उत्पादन हुआ है। बागवानों को रेट भी काफी अच्छा मिला है। उन्होंने कहा कि कई वर्षो के बाद सेब के व्यापार में वृद्धि हुई है। अस्थायी मंडी में होता है कारोबार

350 करोड़ रुपये का व्यापार किए जाने के बावजूद भी सोलन में अब तक सेब मंडी नहीं बन पाई है। सोलन में सेब का व्यापार मलबे के उपर अस्थायी मंडी बनाकर किया जा रहा है। दूसरे राज्यों से आने वाले व्यापारियों व आढ़तियों को बैठने तक के लिए जगह नहीं मिल पाती है। बरसात के लिए में अस्थायी सेब मंडी कीचड़ में तबदील हो जाती है।


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