Move to Jagran APP

राष्ट्रपति को खूब भायी आसरा के कलाकारों की प्रस्तुति

राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के सम्मान में हुए स्टेट डिनर से पूर्व आयोजित सांस्कृतिक संध्या में आसरा के कलाकारों ने जिला सिरमौर की पुरातन सांस्कृतिक विरासत को लोकगीतों व लोक नृत्यों के माध्यम से बेहद आकर्षक और संजीदा ढंग से प्रदर्शित किया।

By Virender KumarEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 10:08 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 10:08 PM (IST)
राष्ट्रपति को खूब भायी आसरा के कलाकारों की प्रस्तुति
राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के सामने प्रस्‍तुति देते आसरा के कलाकार। जागरण

नाहन, जागरण संवाददाता। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द के सम्मान में हुए स्टेट डिनर से पूर्व आयोजित सांस्कृतिक संध्या में आसरा के कलाकारों ने जिला सिरमौर की पुरातन सांस्कृतिक विरासत को लोकगीतों व लोक नृत्यों के माध्यम से बेहद आकर्षक और संजीदा ढंग से प्रदर्शित किया।

loksabha election banner

राजगढ़ उपमंडल की आसरा संस्था के प्रभारी जोगेंद्र हाबी ने बताया कि राजभवन शिमला में महामहिम भी लोक कलाकारों की तारीफ किए बगैर न रह सके।

हिमाचल सरकार द्वारा निदेशालय भाषा एवं संस्कृति की ओर से सिरमौरी नाटी व झमाकड़ा नृत्य के दो दलों को सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए बुलाया था। आसरा के गुरु राष्ट्रपति की ओर से सम्मान प्राप्त विद्यानंद सरैक व जोगेंद्र हावी द्वारा गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कलाकारों से तैयार कार्यक्रम का राज भवन में अति विशिष्ट मेहमानों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार सांस्कृतिक संध्या रात्रि भोजन से ठीक पहले आरंभ हुई राजभवन में प्रवेश करने के तुरंत बाद ही पुलिस आर्केस्ट्रा द्वारा राष्ट्रीय गान की धुन बजाई गई तत्पश्चात हिमाचली सांस्कृतिक संध्या आरंभ की गई। प्रथम प्रस्तुति सिरमौर की आसरा संस्था के कलाकारों द्वारा देव आराधना दीपक नृत्य से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज किया गया।

सिरमौरी वेशभूषा से सुसज्जित कलाकारों के मंच पर प्रवेश करते ही पूरा हाल लोक वाद्यों की धुन वह सिरमौरी बोली में देव आराधना के गीतों व नृत्य के सांस्कृतिक माहौल में झूम उठा, इसी कड़ी में सिरमौरी हाटी संस्कृति प्रधान रिहाल्टी गी नृत्य व भरथरी नृत्य में कलाकारों का अंदाज देखने लायक था जिसमें महामहिम के साथ बैठे अति विशिष्ट अतिथि भी लोक वाद्यों की ताल के साथ-साथ तालियों को हल्के अंदाज में बजाते ताल मिलाते हुए आनंदित हो रहे थे।

स्वांगटी गी नृत्य में कलाकारों के कदमताल व हुड़क नृत्य का अंदाज देखते ही बन रहा था। महामहिम व अति विशिष्ट अतिथियों ने कार्यक्रम के समापन के समय बेहद तालियों से कलाकारों को दात दी। आसरा के लोक कलाकारों में सरैक व हाबी के अलावा प्रसिद्ध सिरमौरी लोक गायक धर्मपाल चौहान व राम लाल वर्मा, सुनपति ढोलक वादक संदीप व रमेश, शहनाई वादक बलदेव व सोहन, करनाल वादक मुकेश लोक नर्तकों में गोपाल चमन अमीचंद जोङ्क्षगद्र सरोज अनु लक्ष्मी अमन सरस्वती आदि कलाकार ने भाग लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.