जनमंच से चुनावी नाव पार करने की तैयारी
प्रदेश सरकार ने विधानसभा की दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए जमकर प्रचार प्रसार करना आरंभ कर दिया है। आये दिन कोई ना कोई मंत्री पच्छाद क्षेत्र के दौरे पर होता है। धर्मशाला के पुर्व विधायक और खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री किशन कपूर व पच्छाद के विधायक सुरेश कश्यप के लोकसभा में सांसद चुन जाने के बाद प्रदेश में 2 विधायकों के पद रिक्त हुए है। जिसके लिए प्रदेश सरकार इन दोनों विस क्षेत्रों में जमकर घोषणाएं और शिलान्यास कर रही है। इन दोनों सीटों पर दोबारा से कब्जा करने के लिए सरकार प्रयासरत है। इसी के चलते वर्ष 2019 में जनवरी से लेकर सितंबर माह तक सात जनमंच कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें से चार जनमंच पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में आयोजित करवाये गये। प्रदेश सरकार जनमंच के सहारे लोगों की समस्याओं को हल कर उप चुनाव जीतना चाहती है। लोकसभा के चुनाव के बाद 16 जून को आयोजित हुआ जनमंच कार्यक्रम हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के गृह क्षेत्र बागथन में आयोजित किया गया। उसके बाद 11 अगस्
राजन पुंडीर, नाहन
प्रदेश सरकार ने जनमंच कार्यक्रम से चुनावी नाव पार करने की तैयारी कर ली है। इसी के मद्देनजर जिला सिरमौर 2019 में हुए सात में चार जनमंच कार्यक्रम पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किए गए। यहां विधायक सुरेश कश्यप के सांसद बनने बाद सीट रिक्त हुई है और उपचुनाव होगा। साथ ही क्षेत्र में आये दिन कोई न कोई मंत्री पच्छाद क्षेत्र के दौरे पर होता है। प्रदेश सरकार इस क्षेत्र में जमकर घोषणाएं और शिलान्यास कर रही है। इन सीट पर दोबारा कब्जा करने के लिए सरकार प्रयासरत है। प्रदेश सरकार जनमंच के सहारे लोगों की समस्याओं को हल कर उपचुनाव जीतना चाहती है। लोकसभा चुनाव के बाद 16 जून को जनमंच कार्यक्रम हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के गृह क्षेत्र बागथन,11 अगस्त को पच्छाद के घिन्नीघाड़ क्षेत्र के गलानाघाट, रविवार को राजगढ़ उपमंडल की भाणत पंचायत के फागु व तीन फरवरी को राजगढ़ उपमंडल की ही देवठी मझगांव में आयोजित किया गया। उपचुनाव की आहट से ही प्रदेश सरकार ने जनमंच कार्यक्रम का फोकस पच्छाद पर कर दिया, जबकि नियमानुसार जिला के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक-एक कर जनमंच कार्यक्रम का आयोजन होना है। अब देखना है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने के बाद भाजपा कब तक अपने प्रत्याशी का ऐलान करती है। क्योंकि पच्छाद में कांग्रेस ने अनौपचारिक रूप से अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस पूर्व मंत्री जीआर मुसाफिर को मैदान में उतारने की तैयारी है, जबकि भाजपा से टिकट के तलबगारों की सूची दिन प्रतिदिन लंबी होती जा रही है।