भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सस्पेंस बरकरार
पार्टी के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय वीरवार को शिमला में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करके फीडबैक लेंगे, उसके बाद ही मुख्यमंत्री पद के नाम के कयासों का कोहरा छंटेगा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव में बेशक भाजपा ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया हो, लेकिन अभी मुख्यमंत्री पद के नाम पर तस्वीर साफ नहीं हुई है। चुनाव में सीएम पद का चेहरा रहे पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के चुनाव हारने के बाद से पार्टी में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय वीरवार को शिमला में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करके फीडबैक लेंगे, उसके बाद ही मुख्यमंत्री पद के नाम के कयासों का कोहरा छंटेगा। इसी बीच प्रदेश में भाजपा की जीत की बधाई देने के लिए प्रदेश के सांसदों ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से भी मुलाकात की। इस दौरान शांता कुमार ने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई नेता हैं जिन्हें सीएम बनाया जा सकता है। देर शाम जयराम ठाकुर समेत कई अन्य नेताओं ने समीरपुर में धूमल के साथ शिष्टाचार भेंट की। बुधवार को मुख्यमंत्री पद के लिए दिनभर कई नेताओं के नाम उछलते रहे।
इनमें जयराम ठाकुर और जेपी नड्डा का नाम भी शामिल रहा। प्रदेश की 68 सीटों में से 44 सीटें जीतने वाली भाजपा अभी सीएम नहीं ढूंढ़ पाई है। भाजपा के सभी नवनिर्वाचित विधायकों में मुख्यमंत्री पद पर सहमति बनाने के लिए वीरवार को प्रदेश प्रभारी मंगल पांडेय की अध्यक्षता में बैठक होगी। भाजपा आलाकमान ने केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण व नरेंद्र तोमर को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। वे वीरवार को शिमला पहुंच सकते हैं।
बैठक के बाद बनी राय पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को रिपोर्ट सौंपेंगे। इसके बाद ही हिमाचल में मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा होगी। वहीं, भाजपा मुख्यालय दीपकमल में रौनक बढऩे लगी है। ऐसा पहली बार हुआ है कि मुख्यमंत्री पद का नामित नेता व पार्टी अध्यक्ष चुनाव हारे हों। इस प्रकार की स्थिति में पार्टी के लिए नेतृत्व एक मुश्किल सवाल बन गया है। सीएम पद के लिए कोई भी नेता खुलकर दावेदारी नहीं कर रहा है ये नाम चर्चा में जयराम ठाकुर के अतिरिक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का नाम भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल है।
संघ परिवार से ताल्लुक रखने वाले अजय जम्बाल की भी दावेदारी मानी जा रही है। डॉ. राजीव बिंदल, विपिन सिंह परमार, सुरेश भारद्वाज का नाम भी दावेदारों में शामिल हो गया है। लेकिन सांसद रामस्वरूप शर्मा का नाम अचानक दूसरे नामों में शामिल होने से लोगों की मुख्यमंत्री पद को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।
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