अमेरिकी वाइडर, पैक्स्टर व कैडिला फार्मा कंपनियों को निवेश का न्योता
हिमाचल में निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार के अधिकार
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार के अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में जयराम सरकार ने अमेरिका की नामी फार्मा कंपनियों वाइडर, पैक्स्टर व कैडिला के साथ संपर्क स्थापित किया है। बुधवार रात को 12 बजे तक चले वेबिनार में हिमाचल सरकार की ओर से उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह, निदेशक हंस राज शर्मा, विशेष सचिव आबिद हुसैन सिद्दीकी और महकमे के संयुक्त निदेशक तिलकराज शर्मा मौजूद रहे।
दवा निर्माण के क्षेत्र में हिमाचल का बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ एशिया में अग्रणी स्थान पर है। यहां पर कई देशों को भेजी जाने वाली दवाओं का उत्पादन होता है। कोरोना काल के दौरान इस्तेमाल होने वाली हाइड्रोक्लोरोक्वीन की करोड़ों गोलियों का निर्यात भी यहीं से किया गया। दवा निर्माण में देश के तीन बड़े राज्यों हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश व गुजरात सरकार के अधिकारियों ने अमेरिका की आठ दवा निर्माता कंपनियों को अपने-अपने राज्य में निवेश संबंधी रियायतों से अवगत करवाया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव रामसुभग सिंह का कहना है कि वेबिनार में उन्होंने हिमाचल में निवेश संबंधी प्रोत्साहनों के बारे में विस्तार से बताया। निवेशकों को बताया गया कि राज्य में सस्ती विद्युत उपलब्ध होने के अलावा नजदीक ही स्थित चंडीगढ़ में हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध है। राज्य का औद्योगिक क्षेत्र बददी-बरोटीवाला-नालागढ़ फार्मा हब है। एक उद्योग लगाने के लिए जो आवश्यक सुविधाएं चाहिए वह यहां सभी मौजूद हैं।
कोरोना महामारी के बीच निवेशकों से लगातार संपर्क
कोरोना महामारी के बीच भी विदेशी कंपनियों को राज्य में निवेश करने के लिए लगातार संपर्क स्थापित किया जा रहा है। एक सप्ताह पहले लंदन स्थित इलेक्ट्रिक बस निर्माता अंतरराष्ट्रीय एसराम एमराम कंपनी के साथ निवेश के संबंध में चर्चा हो चुकी है। गौरतलब है कि 2019 में धर्मशाला में आयोजित राइजिग हिमाचल इन्वेस्टर मीट में निवेश संबंधी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाली कंपनियों को अब निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।