रिकॉर्ड तोड़े पर सामान्य से कम बरसे मेघ
देवभूमि में मानसून सीजन के दौरान दस दिनों की बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि 1215 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : देवभूमि में इस मानसून के दौरान दस दिन की बारिश ही 1215 करोड़ रुपये बहा ले गई। इतना सब होने के बाद भी बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और कुल्लू को छोड़ बाकी जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। सबसे अधिक बारिश कांगड़ा में 1210 मिलीमीटर दर्ज की गई। हालांकि यह भी सामान्य से 23 फीसद कम है। जनजातीय जिलों में वैसे तो कम बारिश होती है लेकिन इस सीजन में लाहुल स्पीति में सामान्य से 54 फीसद, किन्नौर में 52 फीसद और चंबा में 46 फीसद कम बारिश हुई है। इस बार करीब 25 साल की बारिश के रिकार्ड भी टूटे, लेकिन सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।
प्रदेश से मानसून सितंबर के अंतिम सप्ताह में लौट जाएगा। अभी बारिश का क्रम जारी है। कई जगह पर बारिश से नुकसान भी हो रहा है। रविवार को ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश होने से ठंड बढ़ गई है। सबसे अधिक वर्षा शिमला में 26 मिलीमीटर, धर्मशाला में 24 और कांगड़ा के जवाली में 18 मिलीमीटर दर्ज की गई।
इस बरसात में सबसे अधिक नुकसान शिमला, मंडी, कुल्लू और कांगड़ा जिले में हुआ। अकेले कृषि विभाग को 87 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। सबसे अधिक क्षति सड़कों और पुलों को हुई है। ऐसे में बारिश का कहर लोक निर्माण विभाग पर ज्यादा टूटा है। मौसम विभाग ने 28 सितंबर तक प्रदेश में बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। 25 सितंबर तक भारी बारिश हो सकती है। बाक्स
मानसून सीजन में बारिश मिलीमीटर में
जिला,बारिश दर्ज, सामान्य बारिश, फीसद बारिश का अंतर
कांगड़ा,1210,1566,-23
हमीरपुर,1065,993,07
बिलासपुर,1032,851,21
सिरमौर,960,1324,-28
मंडी,889,1042,-15
ऊना,847,787,08
सोलन,738,956,-23
शिमला,621,623,-01
चंबा,548,1023,-46
कुल्लू,534,485,10
लाहुल स्पीति,172,376,-54
किन्नौर,112,234,-52