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टुटू व मज्याठ वार्ड में हल होगी पानी की समस्या

जागरण संवाददाता शिमला नगर निगम शिमला के न्यू मर्ज टुटू और मज्याठ वार्ड को शिमला जल प्रबंधन

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 May 2021 10:22 PM (IST)Updated: Fri, 14 May 2021 10:22 PM (IST)
टुटू व मज्याठ वार्ड में हल होगी पानी की समस्या
टुटू व मज्याठ वार्ड में हल होगी पानी की समस्या

जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला के न्यू मर्ज टुटू और मज्याठ वार्ड को शिमला जल प्रबंधन निगम रोजाना चार लाख 70 हजार लीटर पानी देना होगा। इससे क्षेत्र में आ रही पानी की समस्या को खत्म किया जा सकेगा। नगर निगम एरिया का गड़ोग सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से निकलने वाली गंदगी से दोनों ही वार्डो के लिए बनी पानी की स्कीम का स्त्रोत दूषित हो गया है। दूषित स्त्रोत से 2016 के बाद पानी लिफ्ट नहीं हो रहा है। पानी के दूषित होने के बाद जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने पानी की लिफ्टिंग बंद कर दी है।

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2016 से पहले दोनों ही वार्डो के लिए इस पेयजल स्त्रोत से रोजाना सात लाख 40 हजार लीटर पानी लिफ्ट किया जाता था। हालांकि पानी की डिमांड आठ लाख लीटर की रहती थी। 2016 के बाद जब शहर में पीलिया फैला तो यह पानी का स्रोत पूरी तरह से दूषित हो गया। इसके बाद से जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने लोगों की सेहत को देखते हुए पानी लिफ्ट करना बंद कर दिया। संक्रमण की पहुंच से दूर नए स्थान से पानी की लिफ्टिंग शुरू की, लेकिन इससे महज रोजाना तीन लाख 30 हजार लीटर पानी ही मिल पाता है, जबकि पानी की मांग आठ लाख लीटर रोजाना से ज्यादा ही है। ऐसे में पानी की कमी चार लाख 70 हजार लीटर रोजाना की है। ये कमी निगम के एसटीपी प्लांट की वजह से आई है।

अब इस कमी को पूरा करने के लिए जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की ओर से शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों को इसका पत्र भेज दिया गया है। इसमें हवाला दिया गया कि दो मई को जल शक्ति विभाग, जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों ने मज्याठ वार्ड के पार्षद के साथ संयुक्त दौरा किया था। इस दौरे के दौरान ही फैसला लिया था कि जितने पानी की कमी एसटीपी से आने वाली गंदगी के चलते आई है, उसकी भरपाई निगम करेगा। संयुक्त रूप से दौरा करने का फैसला निगम की अप्रैल में हुई मासिक बैठक में लिया था। इसमें यह सहमति बनी थी कि जो भी पानी की कमी सोर्स के दूषित होने के कारण आई है, उसे शिमला जल प्रबंधन निगम अपने स्तर पर पूरा करेगा। इसकी भरपाई के लिए पत्र भी भेज दिया है, अब उम्मीद है कि दोनों ही वार्डो में पानी की समस्या खत्म हो जाए।

नगर निगम के मज्याठ वार्ड के पार्षद दिवाकर शर्मा ने बताया कि शिमला जल प्रबंधन निगम से क्षेत्र में पानी मिलने के बाद पानी की समस्या दूर होगी। गर्मियों में पांच दिन के बाद भी आती है सप्लाई

गर्मियों में दोनों ही वार्डो में पानी की सप्लाई पांच से छह दिन के बाद दी जाती है। इस कारण लोगों को पानी काफी मात्रा में स्टोर करना होता है। इसे दूर करने के लिए अब निगम प्रशासन की ओर से पानी की सप्लाई मिलेगी। इससे उम्मीद है कि लोगों को कम से कम तीसरे दिन या रोजाना पानी की सप्लाई हो सकेगी। दोनों वार्डो में जल शक्ति विभाग के हैं 80 फीसद कनेक्शन

टुटू और मज्याठ वार्डो को नगर निगम में कई बार शामिल और बाहर किया जाता रहा है। ऐसे में यहां पर अधिकतर पानी के कनेक्शन लोगों के घर में जल शक्ति विभाग के हैं। विभाग के माध्यम से ही पानी की सप्लाई की जाती है। स्रोत के दूषित होने के बाद से क्षेत्र में पांच साल से पानी की समस्या बहुत गहरा गई थी। इसे अब दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में शिमला जल प्रबंधन निगम की ओर से पानी की सप्लाई मिलने के बाद क्षेत्र में पानी की समस्या दूर हो सकेगी।


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