बर्फबारी कम हुई थी तो पहले क्यों नहीं बनाई योजना
सुनील ग्रोवर, ठियोग पेयजल की कमी से जूझ रहे ठियोग कस्बे और शिमला नगर की समस्या की गाज ठियोग उपमंडल
सुनील ग्रोवर, ठियोग
पेयजल की कमी से जूझ रहे ठियोग कस्बे और शिमला नगर की समस्या की गाज ठियोग उपमंडल के किसानों और आम जनता पर गिरनी शुरू हो गई है, जबकि पानी की कमी की समस्या के असली जिम्मेदार विभाग के अधिकारी हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी वर्ग सोता रहा, जबकि सभी को यह मालूम था कि कम बर्फबारी और बारिश होने के कारण गर्मियों में पानी की समस्या आएगी, लेकिन इस समस्या से निपटने के लिए अधिकारी वर्ग ने कोई भी पूर्व योजना नहीं बनाई।
शिमला नगर में पानी की लगातार कमी के कारण जिला प्रशासन ने गिरी खड्ड के आसपास किसानों द्वारा फसलों की सिंचाई के लिए लगाए गए पंपों की छानबीन की और उन्हें बंद करवाने के लिए कवायद शुरू हो गई है। एक्सईएन विनोद ठाकुर के अनुसार गिरी खड्ड से पानी खींचने के लिए 83 लोगों को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिए गए हैं, लेकिन धरातल पर यह तस्वीर कुछ अलग ही बयान करती है। सूत्रों के अनुसार गुम्मा कोटखाई से बलग और छैला से क्यार गाव तक सैकड़ो पंप गिरी नदी से पानी खींच रहे हैं, लेकिन विभाग इस तरफ भी आखें मूंद कर बैठा हुआ है, जबकि किसानों के पास अपने परिवार का पालन करने के लिए इन्हीं फसलों का सहारा है।
कुछ दिन से ठियोग कस्बे के कई वार्डो को पानी सप्लाई करने वाली चिखड़ खड्ड में पानी की भारी कमी के कारण पंपिंग बंद हो गई है। गिरी खड्ड से सैंज ठियोग उठाऊ पेयजल योजना से ही इन वार्डो को पानी सप्लाई किया जा रहा है। विभाग के एसडीओ रवि कुमार के अनुसार आठ घंटे पानी उठाने के लिए बनाई गई योजना से आम जनता की जरूरत को देखते हुए 16 घंटे पानी की पंपिंग की जा रही है, लेकिन चिखड़ उठाऊ पेयजल योजना के बंद हो जाने के कारण कस्बे के अन्य वार्डो को पानी देना पड़ रहा है, जिसकी वजह से सप्लाई प्रभावित हो रही है। उधर, ठियोग के ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की सप्लाई टैंकरों द्वारा शुरू कर दी है।