फूंजा पंचायत में ग्राम सभा के विरोध में एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
विकास खंड रामपुर की नवगठित फूंजा पंचायत का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम रामपुर से मिला। इस दौरान विशेष ग्राम सभा करवाने की मांग उठाई गई।
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : विकास खंड रामपुर की नवगठित फूंजा पंचायत का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम रामपुर से मिलने पहुंचा। इसमें उन्होंने पंचायत प्रधान पर मनमानी करने के आरोप लगाए हैं और कहा कि वे ग्राम सभा के बहुमत दरकिनार कर अपनी मर्जी से पंचायत भवन का निर्माण करने की कोशिश कर रही हैं। लोगों ने एसडीएम यादवेंद्र पाल से उनकी अध्यक्षता में विशेष ग्राम सभा करने की मांग की है।
उपायुक्त को भेजे ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि दो अक्टूबर को फूंजा पंचायत प्रधान शशि जिटा द्रोहा की अध्यक्षता में ग्राम सभा हुई। बैठक में पंचायत सचिव ने एजेंडा पढ़कर सुनाया। जिसके बाद एजेंडा बिना चर्चा किए ही प्रधान ग्राम सभा से पारित करवाना चाहती थीं, जिसका ग्राम सभा में उपस्थित सदस्य बिहारी सेवगी, हरीश कुमार बिष्ट, स्वर्ण लता, कंचना देवी, भारती, विद्या देवी, माला डोगरा सहित अन्य ने इसका विरोध किया।
उन्होंने मांग उठाई कि एजेंडे पर मद वार चर्चा करके बहुमत और अल्पमत के आधार पर प्रस्ताव पारित किया जाए। पंचायत प्रधान ने इस पर कोई भी चर्चा करने से मना कर दिया। सचिव ने पंचायत भवन निर्माण के लिए जगह चयनित करने बारे प्रस्ताव रखा, जिस पर ग्राम सभा में विस्तृत चर्चा हुई और बहुमत से पंचायत भवन निर्माण करने का स्थान पारित हुआ, जबकि ग्राम सभा में अल्पमत सदस्य, हरिलाल द्वारा पंचायती राज विभाग को दान की गई भूमि ग्राम फूंजा में निर्माण करने के पक्ष में थे। इस प्रस्ताव के पारित होने के बावजूद प्रधान ने ग्राम सभा के कार्रवाई रजिस्टर में अंकित करने नहीं दिया।
वहीं पंचायत प्रधान शशि जिटा द्रोहा ने कहा कि पंचायत भवन निर्माण के लिए 14 लाख रुपये आ चुके हैं और इसके लिए टेंडर भी लगा दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी आरोप उन पर लगाए गए हैं वे निराधार हैं।