पंजाब से एक और गाड़ी बरामद
वाहनों के धोखाधड़ी मामले में विजिलेंस की शिमला टीम को भी कामयाबी हाथ लगी है। अभी तक ठगी से जरिये हिमाचल से पंजाब बेचे गए ज्यादातर वाहन सोलन टीम ने बरामद किए थे। अब विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो की शिमला टीम ने पंजाब के तरनतारन से बोलरो गाड़ी बरामद की है। इसे रातों- रात हिमाचल पहुंचाया गया है। इसे शिमला में खरीदा गया था। इसके मालिक को इसे कंपनी में किराये पर लगाने का झांसा दिया गया। लेकिन ठगों ने गाड़ी को ही पंजाब में बेच दिया। जिसे बेची गई व
राज्य ब्यूरो, शिमला : वाहन धोखाधड़ी मामले में विजिलेंस की शिमला टीम को भी कामयाबी हाथ लगी है। अभी तक ठगी के जरिये हिमाचल से पंजाब बेचे गए ज्यादातर वाहन सोलन टीम ने बरामद किए थे। अब विजिलेंस की शिमला टीम ने पंजाब के तरनतारन से बोलेरो गाड़ी बरामद की है। इसे रातोंरात हिमाचल पहुंचाया गया और इसे शिमला में खरीदा गया था। गाड़ी के मालिक को इसे कंपनी में किराये पर लगाने का झांसा दिया था लेकिन ठगों ने गाड़ी को पंजाब में बेच दिया। जिसे गाड़ी बेची गई है, वह घर में नहीं था। इस कारण यह पता नहीं चला है कि असल में आगे कितने में बेची गई है। गाड़ी की मूल कीमत पांच से छह लाख रुपये के बीच है। उधर, सोलन में आरोपित विमल कालरा को सोमवार को कोर्ट में पेश किया और यहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अभी तक वह पुलिस रिमांड पर था। आरोपित कालका का रहने वाला है। विजिलेंस को उसके भाई की भी तलाश है। दूसरा आरोपित प्रदीप बराड़ उर्फ हनी पहले से ही न्यायिक हिरासत में है। उसे शिमला टीम कोर्ट के माध्यम से अपने पास ट्रांसफर करेगी। वह भी सोलन की जेल में है। तीसरा आरोपित अमित शिमला विजिलेंस की कस्टडी में है। उससे हुई पूछताछ के आधार पर ही पंजाब से गाड़ी बरामद की जा सकी है। इससे पूर्व सोलन विजिलेंस ने ठग गिरोह के हाथों पंजाब में बेची गई एक और गाड़ी को फिरोजपुर से बरामद किया था। इसका मालिक सोलन का रहने वाला है। उसने गाड़ी को इसी साल मार्च में शोरूम से खरीदा था। उसे बताया गया था कि गाड़ी कंपनी में किराये पर लगेगी और उसे इसकी एवज में प्रतिमाह तीन हजार रुपये मिलेंगे। किराया तो दूर ठगों ने इसे पंजाब में आगे बेच दिया। आठ लाख की टॉप मॉडल गाड़ी फिरोजपुर में किसी स्थानीय व्यक्ति ने खरीद ली थी।