बागवानों से धोखाधड़ी मामले में तीन चार्जशीट दाखिल
हिमाचल प्रदेश में सेब बागवानों से धोखाधड़ी मामले में स्टेट सीआइडी की टीम ने तीन चार्जशीट दायर की हैं।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश में सेब बागवानों से धोखाधड़ी मामले में स्टेट सीआइडी की स्पेशल इन्वेस्टिशेशन टीम (एसआइटी) ने शिमला की कोर्ट में तीन अलग-अलग चार्जशीट दाखिल की हैं। एक मामले में क्लोजर रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है। अब तक एसआइटी 83 मामलों में चार्जशीट कोर्ट में दायर कर चुकी है। कुल 114 एफआइआर दर्ज हैं। इसमें से 31 मामलों की एसआइटी जांच कर रही है।
जिस मामले में क्लोजर रिपोर्ट तैयार की गई है, उसमें आरोपित आढ़ती ने प्रभावित बागवानों के सात लाख रुपये लौटा दिए हैं। यह पैसा किन्नौर के बागवानों से ठगा गया था। आरोपित हरियाणा के करनाल का रहने वाला है। इसके अलावा तीन मामलों में आरोपितों ने बागवानों के करीब 20 लाख रुपये डकारे लेकिन जांच के दौरान इनमें से कोई भी राशि वापस नहीं लौटाई गई। कई मौके दिए गए पर सहयोग नहीं किया गया। इसके बाद सीआइडी ने चार्जशीट तैयार की। सीआइडी जांच के अनुसार हजारों बागवानों को आढ़तियों और कारोबारियों ने करोड़ों रुपये का चूना लगाया। एक सौ करोड़ रुपये से अधिक का आंकड़ा तो रिकार्ड पर आ गया है लेकिन सैकड़ों बागवान ऐसे हैं जो पुलिस या सीआइडी तक पहुंचे। पहले पुलिस केस दर्ज नहीं करती थी। धोखाधड़ी के लेन-देन से जुड़ा सिविल मामला करार दिया जाता था। कोर्ट कचहरियों के चक्कर काटने के डर से कई बागवानों ने मामले रिपोर्ट ही नहीं किए जबकि उनके हितों पर डाका डलता रहा। दो वर्ष पहले जब सीआइडी की एसआइटी गठित हुई तब से न केवल मामले दर्ज किए गए बल्कि कारवाई भी की गई। करीब 22 करोड़ रुपये की रिकवरी आन रिकार्ड हुई है। जांच पूरी होने पर अदालतों में भेजे जा रहे मामले
सेब बागवानों से धोखाधड़ी मामले में जांच लगातार हो रही है। जिन मामलों में जांच पूरी हो रही है, वे अदालतों में भेजे जा रहे हैं। रिकवरी का आंकड़ा भी बढ़ा है।
वीरेंद्र कालिया, एसपी, सीआइडी