शहर को मिला 12 एमएलडी कम पानी, सप्लाई नहीं हुई सामान्य
शहर के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को भी पानी की सप्लाई बाधित रही।
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर के कई क्षेत्रों में शुक्रवार को भी पानी की सप्लाई बाधित रही। शिमला को पानी की सप्लाई करने वाली गुम्मा पेयजल परियोजना से शुक्रवार को महज 4.5 मिलियन लीटर पर डे (एमएलडी) पानी ही मिला। पानी की सप्लाई बेहतर करने के लिए शिमला जल प्रबंधन कंपनी परियोजनाओं में बल्क वाटर मीटर स्थापित कर रही है। इसके चलते गुम्मा स्कीम की लाइनों में हवा भर रही है और पंपिग नहीं हो पा रही।
शिमला जल प्रबंधन कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को गुम्मा से पंपिग शुरू हो गई है। शनिवार को शहर में वाटर सप्लाई सामान्य होने की उम्मीद है। शुक्रवार को सभी परियोजनाओं से करीब 32.01 एमएलडी पानी मिला है। शहर के कई क्षेत्रों संजौली, इंजनघर व आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार को सप्लाई दी गई है जबकि सेंट्रल जोन व छोटा शिमला जोन के तहत कई क्षेत्रों में सप्लाई बाधित रही है। शुक्रवार को गिरि परियोजना से 17.90, चुरट से 3.47, सियोग से 0.30, चैयड़ से 0.60 और कोटर बरांडी से 5.21 एमएलडी पानी मिला है। छात्रों ने किया गुम्मा पेयजल परियोजना का दौरा
ब्रिटिश कालीन गुम्मा वाटर ट्रीटमेंट स्कीम का शुक्रवार को आइटीआइ सुन्नी और जलोग के प्रशिक्षुओं ने दौरा किया। इस दौरान गुम्मा में कैसे पानी को ट्रीट कर पीने योग्य बनाया जाता है और कैसे सप्लाई किया जाता है, इससे संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी दी गई। शिमला जल प्रबंधन कंपनी व बल्क वाटर सप्लाई में प्रबंधक रनजीव शर्मा ने प्रशिक्षु छात्रों को पानी की लिफ्टिंग, प्यूरिफिकेशन व रॉ वाटर को कैसे ट्रीट किया जाता है इसके बारे में बताया।