ऑनलाइन पढ़ाई का हर हफ्ते होगा टेस्ट
हिमाचल के सरकारी स्कूलों में 54 दिन के लंबे अंतराल के बाद ऑनला
जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल के सरकारी स्कूलों में 54 दिन के लंबे अंतराल के बाद ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने इस बार पढ़ाई के पैटर्न में कई बदलाव किए हैं। छात्र हफ्ते में जो ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे उसका सप्ताह के अंतिम दिन यानि शनिवार को टेस्ट होगा। यह टेस्ट ऑनलाइन ही लिया जाएगा। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) ने इस के लिए नया फॉर्मेट तैयार किया है। ज्ञानशाला डॉट एचपी डॉट जीओवी डॉट इन पर रजिस्ट्रेशन होगी। विद्यार्थियों के लिए बहु विकल्पीय प्रश्न तैयार किए गए हैं। ऑनलाइन टेस्ट का मूल्यांकन भी ऑनलाइन होगा। इसमें यह चेक किया जाएगा कि विद्यार्थियों ने हफ्ते में जो पढ़ा है? उसे वह कितना समझ पाए हैं। जो कमियां रह गई है, वो क्या है? शिक्षक कमजोर विद्यार्थियों से फोन पर बात करेंगे। उनसे यह जाना जाएगा कि क्या चीज उन्हें समझ नहीं आ रही है। ऑनलाइन पढ़ाई में यह नया प्रयास किया जा रहा है। इससे पहले कुछ स्कूलों ने अपने स्तर पर इस तरह की पहल की थी।
पढ़ाई का फार्मेट बदला, चुनिदा नहीं अब सभी विषय शामिल
शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन पढ़ाई के फॉर्मेट में भी बदलाव कर दिया है। पहले केवल चुनिदा विषयों की ही पढ़ाई करवाई जा रही थी। सोमवार से नौवीं से 12वीं कक्षा के सभी विषयों को शुरू कर दिया है। 11वीं कक्षा की पहली बार सोमवार को ही ऑनलाइन क्लास लगी। हालांकि अभी 11वीं और 12वीं कक्षा के हिदी और इतिहास विषय की पढ़ाई अभी शुरू नहीं हो पाई है। इसके लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम बनाने का काम शुरू हो गया है। अगले सप्ताह से इन विषयों की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी।
सैनेटाइजेशन के बाद दाखिले के लिए खुले स्कूल व कॉलेज
कॉलेज और स्कूलों में सोमवार से दाखिले भी शुरू हो गए हैं। स्कूल व कॉलेजों को सैनेटाइज किया गया। उसके बाद दाखिले के लिए इन्हें खोल दिया गया है। स्कूलों में प्रधानाचार्यों ने रोस्टर के हिसाब से शिक्षकों की ड्यूटियां लगाई हैं। स्कूलों में जो ऑनलाइन दाखिले हुए थे, उन्हें अब रेगुलर करने का काम शुरू हो गया है। कॉलेजों में दाखिले के लिए पहले दिन कमेटियों का गठन किया गया। प्रिंसिपल के पास दाखिले के लिए फोन आए। राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले ऐसे छात्र जिनके पास न तो मोबाइल फोन है और न ही वह दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई कर पा रहे हैं, या फिर ऐसे छात्र जिनके पास मोबाइल तो हैं लेकिन नेटवर्क की दिक्कत हैं, उनके लिए अब घर तक ही नोट्स पहुंचाए जाएंगे।
--------------------
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए नया फॉर्मेट तैयार किया गया है। विद्यार्थी जो सप्ताह में पढ़ेंगे, उसका ऑनलाइन टेस्ट होगा। इसमें बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। इसका मूल्यांकन भी ऑनलाइन ही होगा। कुछ विषयों के लिए अभी तक ई-पाठ्यक्रम नहीं था उस पर भी काम शुरू हो गया है।
आशीष कोहली, राज्य परियोजना निदेशक (एसएसए, आरएमएसए)