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शिमला में सफेद आफत, 48 घंटे से बर्फबारी जारी; 100 बस रूट अभी भी बंद

Weather Update Himachal हिमाचल में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण 100 बस रूट अभी भी बंद हैं हालांकि बर्फबारी को देखकर पर्यटक काफी रोमांचित हैं।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 08 Jan 2020 09:37 AM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 09:37 AM (IST)
शिमला में सफेद आफत, 48 घंटे से बर्फबारी जारी; 100 बस रूट अभी भी बंद
शिमला में सफेद आफत, 48 घंटे से बर्फबारी जारी; 100 बस रूट अभी भी बंद

 शिमला, जागरण संवाददाता। जिले में बर्फबारी के कारण दूसरे दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा। ऊपरी शिमला में 48 घंटे से बर्फबारी हो रही है। जिले 20 मुख्य मार्गों के अलावा सभी संपर्क मार्ग भी बंद हैं। एचआरटीसी सहित निजी बसों के 100 से अधिक रूट प्रभावित हैं। मंगलवार को ढली से आगे यातायात बंद होने के कारण रामपुर और किन्नौर के लिए बसों को वाया मशोबरा भेजा गया।

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शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में रविवार रात से ही बारिश और बर्फबारी का क्रम जारी है। मंगलवार सुबह से कुफरी, नारकंडा, ठियोग, चौपाल, ठियोग में वाहनों ही आवाजाही बंद रही। वहीं शिमला शहर में सोमवार रात को हुई बर्फबारी को देर रात की बारिश ने पिघला दिया। इसके बाद मंगलवार सुबह से लेकर शाम तक फाहे गिरते रहे। बीच-बीच में बारिश होने से जमीन पर बर्फ नहीं ठहर पाई।

हालांकि शाम तक शहर में बर्फबारी शुरू हो गई थी। राजधानी में तापमान माइनस 0.1 रहा। हालांकि दिन में कई बार रिज और मालरोड पर बर्फ के फाहे गिरने से सैलानियों के चेहरे खिल गए। शाम को दफ्तरों से घरों की तरफ जाने वाले लोगों को बर्फबारी के बीच परेशानी झेलनी पड़ी।

प्रशासन ने राहत कार्य किए तेज

जिला प्रशासन ने भी बर्फबारी में राहत प्रदान करने के लिए राहत कार्य को तेज कर दिया है। हालांकि लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मार्ग बहाल नहीं हो पाए। डोडराक्वार में प्रशासन की ओर से पांच, रोहडू में पांच और कुमारसैन में पांच मशीनें मार्ग बहाल करने में लगी हुई हैं। अधिकारियों को चौकस रहने के निर्देश हैं।

सुनसान पड़े बाजार

शिमला में बर्फबारी के कारण पड़ रही ठंड के कारण बाजार सोमवार को सुनसान रहा। दिनभर बारिश का क्रम जारी रहा। इस कारण पर्यटक भी होटलों में दुबके रहे, जब भी आसमान से बर्फ के फाहे गिरते तो पर्यटक उन्हें देखने के लिए होटलों से बाहर निकल रहे थे। फाहों के बंद होते ही पर्यटक फिर से होटलों में जा रहे थे। वहीं स्थानीय लोगों ने भी घर से बाहर निकलना बेहतर नहीं समझा और घरों में ही दुबके रहे।   

आधे रास्तों तक भेजी बस

उपमंडल रामपुर में लोगों की मुश्किलें भी बढ़ने लगी है, जबकि हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा आधे रास्तों तक बसों को भेजा जा रहा है। वहीं, बर्फबारी से बागवान खुश हैं। अब बगीचों में जाने के लिए मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं। लोगों की समस्याओं और दिक्कतों को देखते हुए निगम आधे रास्तों तक बसों को भेज रहा है, ताकि उसकी सवारियों की परेशानियों को कुछ कम किया जा सके। निगम द्वारा खमाडी की ओर जाने वाली बस को नैनासारी, मझाली वाली बस को देवठी, मुनीष जाने वाली बस को जोगनी, दरकाली, जघोरी, किंफी, फांचा व लबाणा तक के लिए गानवी तक, किन्नू के लिए डोबी तक, सराहन के लिए घराट तक, थानाधार के भुट्टी तक और खोलीघाट के लिए जाहू तक बसों को भेजा जा रहा है। एनएच पांच को नारंकड़ा होकर जाने वाले वाहनों के लिए बंद कर दिया है।

इनके अतिरिक्त कुल्लू के लिए खनाग तक और रिवालसर-मंडी के लिए पंडार तक बसों को भेजा जा रहा है। घर से निकले लोगों को मजबूरी में रामपुर में होटलों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की परेशानी भी लोगों को झेलनी पड़ रही है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के अड्डा प्रभारी भाग चंद ने कहा कि बर्फबारी होने से आधे रास्तों तक बसों की भेजा रहा है। उन्होंने कहा कि निगम की कोई बस फिलहाल कहीं फंसी नहीं है।

 बिजली कट ने बढ़ाई परेशानी

शिमला के अधिकांश क्षेत्रों में बिजली की आंखमिचौनी दिनभर चलती रही। इस कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। कड़ाके की ठंड में लोग हीटर भी नहीं लगा पाए। यहां इतने रूट रहे बाधित रोहडू में 15, चौपाल में 34, शिमला में 19 रूट प्रभावित हुए हैं। चौपाल-शिमला, खड़ापत्थर, नारकडा, हाटू रोड, टिक्कर, बागी, थानेधार, जुब्बल, डाकोन, सुंगरी सहित अन्य इलाकों की ओर जाने वाले रूट प्रभावित होने से यात्रियों को खासी परेशानी हुई।

चूड़धार में चार फीट ताजा हिमपात

सिरमौर जिले में बीते 48 घंटों से बारिश जारी है। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ है। सिरमौर जिले की सबसे ऊंची चोटी भगवान शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार में भी तीन से चार फीट तक ताजा हिमपात हुआ है। पहले से ही करीब पांच फीट बर्फ जमी हुई थी। चूड़धार के अलावा साथ लगते क्षेत्रों हरिपुरधार, नौहराधार व अन्य स्थानों पर भी हल्की बर्फबारी हुई। बारिश जिले के किसानों और बागवानों के लिए वरदान साबित हुई। लहसुन की गुड़ाई के बाद सिंचाई के लिए किसानों को बारिश की आवश्यकता थी। बीते 48 घंटों की बारिश ने किसानों को राहत प्रदान की है। इस बारिश से उन्हें अब अच्छी पैदावार की उम्मीद है।

इसी तरह यह बारिश बागवानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण 12 से अधिक बस रूट प्रभावित हुए हैं। एचआरटीसी नाहन डिपो के अड्डा इंचार्ज सुखराम ठाकुर ने बताया कि ये वे मार्ग हैं, जो कच्चे हैं। इन मार्गों पर फिसलन होने के कारण बसें नहीं भेजी जा सकी। 


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