सेब में लाली लाएगी यह सफेदी
वर्ष 2019 सेब बागवानी के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है।
अतुल कश्यप, ननखड़ी
वर्ष 2019 सेब बागवानी के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। मौसम के बागवानी के लिए अनुकूल होने के बाद बागवान भी गदगद हैं, क्योंकि जिस तरह से बार-बार बारिश व बर्फबारी हो रही है। यह सेब के पौधे के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है और इससे इस वर्ष बंपर फसल होने की उम्मीद बागवानों में बंधी हुई है।
बागवान सेब व फलदार पौधे लगाने का काम बगीचों में कर रहे हैं। जनवरी से हो रही बारिश व बर्फबारी ने इस वर्ष पिछले कई साल के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बर्फ आसमान से सेब की फसल के लिए संजीवनी बन कर गिर रही है। इससे 15/20, ननखड़ी, सराहन, रंगोरी, किन्नू, दोफदा, शाहधार, गौरा, मशनू, लालसा, डंसा, देवठी, मझाली, तकलेच, नरैण व बाहली आदि क्षेत्रों के बागवान खुश हैं। लंबे समय के बाद हो रही अच्छी बर्फबारी के कारण बागवानों को कई प्रकार की समस्याओं से दो चार तो होना पड़ रहा है, लेकिन सेब की अच्छी फसल की उम्मीद होने से उनके चेहरों पर रौनक है। बारिश व बर्फबारी से सेब व अन्य फलदार पौधों के लिए अच्छी नमी मिल रही है, जो कि लंबे समय तक बरकरार भी रहेगी। अब यदि मौसम एकदम साफ भी होता है तो इसका फसल पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि जरूरत के चिलिंग ऑवर्स इस बार समय से पहले ही पूरे हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर बागवान बगीचों में उपयुक्त नमी होने पर नई वैरायटी के पौधे लगाने का काम करने के साथ पुराने पौधों में खाद व दवाएं डालने का काम भी कर रहे हैं, ताकि पौधों की जड़ों तक बर्फ के पिघलने के साथ ही दवाएं पहुंच जाएं।
उद्यान विभाग के अधिकारी डॉ. संजय का कहना है कि इस वर्ष मौसम सेब की फसल के अनुकूल बना है, जिससे अच्छी फसल होने की उम्मीद बनी हुई है।