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शिमला जिले में भारी हिमपात, 272 सड़कें बाधित

जिला शिमला में हुए भारी हिमपात से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इससे जिले में 272 सड़कें बाधित हो गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 03:57 PM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 03:57 PM (IST)
शिमला जिले में भारी हिमपात, 272 सड़कें बाधित
शिमला जिले में भारी हिमपात, 272 सड़कें बाधित

जागरण संवाददाता, शिमला : जिला शिमला में हुए भारी हिमपात से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले के ऊपरी क्षेत्रों में जहां हिमपात हुआ है, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश। बारिश व हिमपात से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। समूचा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। हिमपात का सिलसिला शनिवार दोपहर बाद ही शुरू हो गया था। रविवार सुबह से ही बर्फ पड़ना शुरू हो गई थी। शिमला सहित जिले के ऊपरी क्षेत्रों में जमकर हिमपात हुआ। इससे ऊपरी शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है।

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शिमला शहर में सुबह आठ बजे के बाद सर्कुलर रोड पर बर्फ जमने के कारण यातायात बंद कर दिया था। हालांकि दोपहर के समय यातायात व्यवस्था बहाल की गई, लेकिन लगातार हो रहे हिमपात से खासी दिक्कतें पेश आई। जिले में शिमला-रामपुर नेशनल हाईवे सहित 272 सड़कें बाधित हो गई हैं। इसके अलावा 219 के करीब संपर्क मार्ग जिनमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें हैं, बंद पड़ी हुई हैं। करीब 140 सरकारी और निजी बसें ऊपरी शिमला में जगह-जगह हिमपात के बीच फंसी हुई हैं। 230 रूट पूरी तरह बंद रहे। शिमला शहर में 130 में से 90 रूटों पर ही बसें चली। ऊपरी शिमला के 130 रूट सुबह से ही बंद पड़े हुए हैं।

उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि हिमपात के कारण कई मार्ग बाधित हुए हैं। बंद हुए मार्गो को खोलने का काम युद्धस्तर पर जारी है। वहीं नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली का कहना है कि शिमला शहर के सर्कुलर रोड सहित अन्य मार्गो को खोलने का काम जारी है। वार्डो में भी लेबर भेजी गई है। कई गांव अंधेरे में डूबे, 24 घंटे से बिजली बंद

ऊपरी शिमला में हिमपात के कारण लोगों की दिक्कतें काफी बढ़ गई हैं। ऊपरी शिमला के लिए यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप है, वहीं बिजली भी गुल हो गई है। 1209 ट्रांसफार्मर खराब हो गए हैं, जिसके कारण कई क्षेत्र 24 घंटों से अंधेरे में डूबे हुए हैं। इसमें ठियोग उपमंडल में 158, चौपाल में 413, रोहडू में 257, शिमला ग्रामीण में 140, कोटखाई में 120, रामपुर में 121 सहित अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर खराब हैं। कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित

कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। राजधानी शिमला में इस सीजन की यह दूसरी भारी बर्फबारी है। इसके कारण समूचा जिला शीतलहर की चपेट में है। बिजली और पानी की लाइनें टूटने से संकट गहरा गया है। शहर में पानी की सप्लाई ठप रही। उपनगरों में लोगों को पीने का पानी नहीं मिला। कई जगह पाइपें जाम होने के कारण पानी की सप्लाई नियमित नहीं हो पाई। वैकल्पिक मार्गो से भेजी बसें

कुफरी में भारी हिमपात के कारण ऊपरी शिमला का संपर्क राजधानी से कट गया है। वाया धामी और बसंतपुर से रामपुर सहित ऊपरी शिमला को सुबह के समय कुछ गाड़ियां भेजी गई। ऊपरी शिमला में भी भारी हिमपात होने के कारण निगम ने भी जोखिम नहीं लिया। कई बसें ऊपरी शिमला में ही फंसी हुई हैं।

बर्फ में झूमे पर्यटक, सरेआम टूटे कोरोना नियम

राजधानी शिमला में दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा सहित अन्य क्षेत्रों से पर्यटक घूमने पहुंचे हैं। सुबह रिज व मालरोड पर पर्यटकों ने बर्फ के बीच खूब मस्ती की। रिज मैदान पर बर्फ गिरती देख सैलानियों ने खुशी से नाचना व गाना शुरू कर दिया। आसमान से गिरते बर्फ के फाहों को देख कर सैलानी उत्साहित हो गए। सैलानियों ने रिज मैदान पर फोटोग्राफी का लुत्फ भी उठाया। मालरोड पर दिनभर सैलानियों की भारी भीड़ जुटी रही। कोरोना नियमों को ताक पर रखकर सैलानी बिना मास्क टहलते दिखे। शारीरिक दूरी के नियम की भी परवाह नहीं की गई। हिमाचल के साथ लगते पड़ोसी राज्यों में कोरोना क‌र्फ्यू के कारण हालांकि होटलों में आक्युपेंसी काफी कम है। दूध व ब्रेड की सप्लाई नहीं आई

शहर में एक बार फिर से हिमपात के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। बर्फ गिरने के चलते दूध व ब्रेड की सप्लाई दुकानों में नहीं पहुंच पाई। कुफ्टाधार, समरहिल, पंथाघाटी, टुटू, विकासनगर, न्यू शिमला, संजौली वाया छोटा शिमला मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप रही। रास्तों पर फिसलन अधिक होने के कारण भी लोगों को पैदल चलने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हिमपात के कारण ये सड़कें रहीं बंद

- ठियोग-चोपाल रोड खिड़की के पास बंद है।

- खड़ापाथर के पास ठियोग-रोहड़ू रोड बाधित है।

- ठियोग-रामपुर रोड नारकंडा के पास बंद पड़ा है।

- शिमला-ठियोग रोड कुफरी-गलू-फागू के पास बंद है। शिमला और आसपास के होटल पैक

शिमला शहर और इसके आसपास के पर्यटन स्थलों के होटलों में आक्युपेंसी 80 से 90 फीसद तक पहुंच रही है। ऐसे में कई सैलानियों ने इन जगह पर ही कमरे लिए हैं। कई सैलानी बर्फ गिरने की आस में होटलों की बुकिग करवा रहे हैं। होटलों में आक्युपेंसी बढ़ने से कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली है। सुनसान पड़े बाजार, घरों में कैद रहे लोग

शिमला में हल्की बारिश और हिमपात के कारण पड़ रही ठंड के चलते रविवार को बाजार सुनसान रहा। इस कारण स्थानीय लोगों ने भी घर से बाहर निकलना बेहतर नहीं समझा और घरों में ही दुबके रहे। कई जगह लोग अलाव जलाकर भी ठंड से बचते दिखे। दिक्कत है तो यहां करें संपर्क

नगर निगम 1916 (टोल फ्री)

पुलिस 112, 100 (टोल फ्री)

आपदा प्रबंधन 1077 (टोल फ्री)

एचआरटीसी 0177-2656326

पुलिस सहायता कक्ष 01772812344, 112 या नजदीकी पुलिस थाना में संपर्क करें। बर्फ में सावधानी बरतें, ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें

पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा है कि बर्फ काफी ज्यादा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने से बचें और रात के समय यात्रा न करें। अपने साथ गर्म कपड़े, टार्च, स्नो बूट और लकड़ी का डंडा साथ रखें। मोबाइल फोन की बैटरी को बचाकर रखें।


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