भीड़ नहीं जुटा पाया जिला प्रशासन
शिमला फेस्ट की पहली शाम जिला प्रशासन लोगों की भीड़ जुटाने में कामयाब नहीं हो पाया।
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला फेस्ट की पहली शाम जिला प्रशासन लोगों की भीड़ जुटाने में कामयाब नहीं हो पाया। पहले तो बारिश ने उत्सव में खलल डाला उसके बाद बारिश रुकी तो भी लोगों ने उत्सव में रुचि नहीं दिखाई। रिज पर करीब 1500 कुर्सियां लगाई थी, जिसमें अधिकतर खाली थीं। जिला प्रशासन के कर्मचारी लोगों को बुला बुलाकर पंडाल में बैठाने का प्रयास करते रहे। बाकायदा मंच से घोषणा की गई कि सभी लोग पंडाल में आए और कुर्सियों पर बैठें, बावजूद इसके पंडाल खाली रहा।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया, लेकिन उस समय भी लोगों की संख्या कम रही। मुख्य अतिथि के आने से 15 मिनट पूर्व ही लोगों को अंदर बुलाना प्रशासन के कर्मचारियों ने शुरू कर दिया, लेकिन प्रशासन की इस जबरदस्ती के बाद लोग तितर बित्तर हो गए। हालांकि सभी कार्यक्रम क्रमबद्ध चलते रहे और सभी कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी, लेकिन दर्शकों की संख्या कम होने के कारण कलाकार भी निराश हुए।
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जून में होता था अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव
जून में शिमला में अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव आयोजित किया जाता था। इस समय शिमला में पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रहती है, जिस कारण भारी भीड़ उत्सव में होती थी। इस वर्ष जून में अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव को पानी की किल्लत के चलते स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद प्रशासन ने सितंबर में शिमला फेस्ट करवाने का निर्णय लिया।