बजट की कमी से अधर में स्कूल भवन का निर्माण
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल ठियोग के भवन का निर्माण कार्य बजट की कमी के कारण अधर में है।
-एक वर्ष से रुका ठियोग स्कूल के भवन का निर्माण कार्य
-स्कूल प्रशासन व अभिभावकों ने की भवन का निर्माण जल्द पूरा करने की मांग सुनील ग्रोवर, ठियोग
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ठियोग के भवन निर्माण का कार्य पिछले तीन साल से कछुआ गति के कारण अधर में है। प्रदेश सरकार की ओर से बजट देने में ढील बरतने के कारण मार्च 2019 में शुरू हुए इस भवन का काम अधूरा है। विभाग ने ठेकेदार को भवन निर्माण पूर्ण करने के लिए सितंबर 2022 की समयसीमा निर्धारित की थी। बजट न होने के कारण यह निर्माण कार्य एक साल से रुका हुआ था।
सरकार ने मई 2022 में काम को पूरा करने के लिए 76 लाख 96 हजार रुपये की किस्त जारी की है। लोक निर्माण विभाग को दो करोड़ 82 लाख की राशि मिल चुकी है। इसमें से एक करोड़ 28 लाख रुपये निर्माण के लिए खर्च हो चुके हैं। इस चार मंजिला भवन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद स्कूल प्रशासन को 10 कक्षाओं, लाइब्रेरी, प्रिसिपल कार्यालय, परीक्षा भवन, स्टाफ रूम, स्पोर्ट्स रूम और स्टोर की सुविधा मिल जाएगी। स्कूल प्रशासन और अभिभावकों ने भवन का निर्माण जल्द पूरा करने की मांग की है। ठियोग उपमंडल के तहत कई स्कूलों के भवन का निर्माण कार्य बजट की कमी के कारण लटका है। एक ही हाल में स्कूल की लाइब्रेरी व प्रिसिपल कार्यालय
ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के स्तर को बनाए रखने के लिए सुविधा संपन्न स्कूलों का होना जरूरी है। ठियोग स्कूल में 14 कक्षाएं चल रही हैं लेकिन स्कूल प्रशासन को 10 कमरों में मुश्किल से गुजारा करना पड़ रहा है। स्कूल की लाइब्रेरी, प्रिसिपल कार्यालय और कार्यालय एक ही हाल में हैं। स्कूल के शिक्षकों का स्टाफ रूम बहुत छोटा है। कमरों की तंगी झेल रहा यह स्कूल प्रतियोगिता के दौर में खेलकूद व अन्य गतिविधियों को किस तरह से सुचारू रख पाएगा। यह स्कूल शिक्षा खंड ठियोग में सबसे महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस स्कूल से पढ़ने वाले कई विद्यार्थी बड़े अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और खिलाड़ी बनकर देश सेवा कर रहे हैं। स्कूल में 10 कमरों में 14 कक्षाएं चल रही हैं। स्कूल को नए भवन की जरूरत है। काम शुरू होने से उम्मीद जगी है। स्कूल में कई कमियों की वजह से शिक्षक भी कम सुविधाओं में काम कर रहे हैं।
- ओपी शर्मा, स्कूल प्रिसिपल