मज्याठ के लिए सड़क बनने का रास्ता साफ
जागरण संवाददाता शिमला शहर का हिस्सा होने के बावजूद सड़क सुविधा से महरूम मज्याठ वार्ड
जागरण संवाददाता, शिमला : शहर का हिस्सा होने के बावजूद सड़क सुविधा से महरूम मज्याठ वार्ड को अब जल्द ही सड़क की सुविधा मिल सकेगी। रेल विभाग के आला अधिकारियों ने वीरवार को मौके का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके का जायजा लेने के बाद स्थानीय लोगों को आनलाइन ही ड्राइंग से लेकर अन्य दस्तावेज अपलोड करने के लिए कहा। दस्तावेज की औपचारिकता पूरी होने पर एक महीने के भीतर सड़क के साथ ही ओवरब्रिज बनाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया जाएगा।
मज्याठ वार्ड शहर का हिस्सा होने के बावजूद सड़क सुविधा से नहीं जुड़ा था। यहां पर 90 फीसद घरों में सड़क सुविधा नहीं है। ऐसे मरीजों को लाने के लिए चारपाई या पीठ का इस्तेमाल करना लोगों की मजबूरी थी। इसलिए लगातार ही वार्ड के लोग सड़क की मांग कर रहे थे।
पहली अक्टूबर को जतोग रेलवे स्टेशन पर लोगों को आश्वासन दिया गया था कि सात अक्टूबर को इस मसले पर अंबाला में बैठक होगी। इसमें कोई फैसला लिया जाएगा। अंबाला में बुधवार को बैठक हुई. इसमें फैसला लिया था कि मौके का निरीक्षण किया जाएगा। वीरवार को अधिकारियों की टीम ने मौके का निरीक्षण कर अनापत्ति पत्र जारी करने की बात कही है।
पिछले दिनों लोगों ने पार्षद सहित रोकी थी रेलगाड़ी
सड़क के लिए नगर निगम की ओर से बजट भी मुहैया करवा दिया था, वार्ड में सड़क बनाने के लिए डंगे तक लगा दिए थे, लेकिन एकमात्र बाधा रेल विभाग की एनओसी थी। इस एनओसी को हासिल करने के लिए रेल विभाग के अधिकारियों से लेकर केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष भी वार्ड पार्षद दिवाकर देव ने यह मसला उठाया था। इस पर भी राहत नहीं मिली तो लोगों ने पिछले दिनों रेलगाड़ी रोक कर साफ तौर पर संकेत दे दिए थे कि अब बातचीत का दौर नहीं चलेगा, महज आंदोलन का रास्ता ही अपनाया जाएगा।