रिपन अस्पताल में नहीं हो रहे अल्ट्रासाउंड
रिपन अस्पताल में अल्ट्रासाउंड न होने से मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है।
जागरण संवाददाता, शिमला : रिपन अस्पताल में अल्ट्रासाउंड न होने से मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है। यहां पर इलाज करवा रही महिलाओं को तीन महीने पहले अल्ट्रासाउंड की तारीख मिली है, लेकिन अल्ट्रासाउंड करने के लिए कोई तकनीशियन नहीं है। इससे मरीजों को निराश होकर या तो वापस लौटना पड़ता है या फिर निजी लैब से अल्ट्रासाउंड करवाने पड़ रहे हैं।
वीरवार को भी कुछ ऐसा ही मंजर रिपन अस्पताल में देखने को मिला। अस्पताल में एक ही रेडियोलॉजिस्ट तैनात है, जिसने बुधवार रात को ड्यूटी दी और वीरवार को वह रेस्ट पर था। अल्ट्रासाउंड लैब में ताला लटका रहा। कई मरीजों को अल्ट्रासाउंड न होने के कारण इधर-उधर भटकना पड़ा। इतना ही नहीं कुछ लोगों को वीरवार को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन ताला लटका होने के कारण उन्हें भी वापस लौटना पड़ा। आए दिन रिपन अस्पताल में इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। इससे सबसे ज्यादा दिक्कतें उन गर्भवती महिलाओं को हो रही है जिन्हें अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए तीन महीने पहले तारीख मिली है। रिपन अस्पताल जोनल अस्पताल होने के कारण मरीजों की काफी भीड़ रहती है। यहां पर पहले 50 से 60 अल्ट्रासाउंड रोजाना होते थे।
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न एमएस न सीएमओ
रिपन अस्पताल में तैनात एमएस रंजना राव का तबादला हो चुका है, लेकिन वह मेडिकल लीव पर चल रही हैं। इस कारण किसी दूसरे एमएस की तैनाती भी नहीं हो पाई है। वहीं, सीएमओ भी छुट्टी पर चल रहे हैं। कोई पूछने वाला नहीं है। अस्पताल में अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है। अस्पताल प्रशासन की इस नाकामयाबी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
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आज भी नहीं होंगे अल्ट्रासाउंड
रिपन अस्पताल में शुक्रवार को भी अल्ट्रासाउंड नहीं होंगे। अस्पताल में एक ही तकनीशियन है जो नाइट ड्यूटी पर है। ऐसे में दिन के समय अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाएंगे और लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं।
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अस्पताल में एक ही रेडियोलॉजिस्ट है, जो नाइट ड्यूटी पर है। इस कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहे हैं। शुक्रवार को भी वह डे ऑफ पर रहेंगे।
-डॉ. बेनर्जी, कार्यवाहक चिकित्सा अधीक्षक।