फिर कर दी रिज मैदान की खोदाई
राजधानी शिमला के रिज मैदान का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी के रिज मैदान का अस्तित्व खतरे में है। नगर निगम ने रिज मैदान पर एक बार फिर खोदाई का काम शुरू कर दिया है। गेयटी की पानी की पाइप जाम हो गई है, जिस कारण गेयटी में पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। लाइन को दुरुस्त करने के लिए ऐतिहासिक रिज मैदान पर जेसीबी द्वारा खोदाई की जा रही है। रिज मैदान पर लगातार लीकेज होती रहती है, जिसके कारण निगम द्वारा खोदाई कर दी जाती है और खोदाई के बाद इसे खुला छोड़ दिया जाता है, जिससे बारिश का पानी रिस जाता है और रिज मैदान धंसना शुरू हो जाता है। निगम द्वारा पाइप की लीकेज को ठीक करने के लिए कोई स्थायी हल नहीं निकाला गया है।
वहीं, सुबह से खोदाई का काम रिज मैदान पर जारी रहा, बावजूद इसके ब्लॉकेज नहीं मिली। पांच फुट गहरा गड्ढा रिज मैदान पर कर दिया और मलबा सड़क पर फेंक दिया, जिससे आने जाने वाले लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ी।
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रिज के अस्तित्व को खतरा
शिमला की शान कहे जाने वाले रिज मैदान के लिए यह खतरे की घंटी है। बार बार खोदाई के कारण रिज का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है, जिस स्थान पर खोदाई की गई है उस स्थान पर पहले भी दो फुट तक रिज मैदान धंस चुका है। लेकिन नगर निगम इससे भी कोई सबक नहीं ले रहा है। माह में दो या तीन बार रिज मैदान पर पाइप लाइन की लीकेज को जांचने के लिए खोदाई की जाती है, लेकिन लीकेज को ठीक करने के लिए न तो कोई स्थायी हल आज तक नगर निगम निकाल पाया है और न ही लीकेज को ठीक कर पाया है। इस कारण रिज का एक हिस्सा करीब एक फीट से ज्यादा बैठ गया है। लोगों का कहना है कि हर साल बारिश के बाद रिज मैदान का एक हिस्सा लगातार धंस रहा है।
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वर्ष 2011 में हो चुका है हादसा
वर्ष 2011 में रिज का एक भाग लक्कड़ बाजार बस स्टैंड की तरफ धंस गया था और कई दुकानें चपेट में आ गई थी। भारी नुकसान हुआ था। तब से लेकर अभी तक इस क्षेत्र में डंगा लगाकर रिज को सुरक्षित करने की बातें नगर निगम द्वारा की जा रही हैं, लेकिन कोई काम नहीं हो पाया है।