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हिमखंड में लापता सैनिकों को ढूंढने के लिए 220 जवान जुटे

rescue operation for find five army jawan जिला किन्नौर में तिब्बत सीमा के निकट पूह के तहत डोगरी में ग्लेशियर की चपेट में आए पांच जवानों का की तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 12:41 PM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 12:41 PM (IST)
हिमखंड में लापता सैनिकों को ढूंढने के लिए 220 जवान जुटे
हिमखंड में लापता सैनिकों को ढूंढने के लिए 220 जवान जुटे

रिकांगपिओ, जेएनएन। जिला किन्नौर में तिब्बत सीमा के निकट पूह ब्लॉक के तहत डोगरी (नमज्ञा) में ग्लेशियर की चपेट में आने से लापता सेना की सात जैक राइफल के पांच जवानों का सुराग नहीं लग पाया है। शनिवार सुबह सात बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। इसमें सेना व अद्र्धसैनिक बल के 200 से ज्यादा जवान शामिल हैं।

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कुल्लू जिला की निरमंड तहसील के थ्रुआ (खरगा) गांव निवासी 30 वर्षीय विदेश कुमार पुत्र ईश्वर दास भी ग्लेशियर की चपेट में आने के बाद लापता हैं। सात जैक राइफल में तैनात विदेश पूह में सेना के हेडक्वार्टर में तैनात थे। हादसे की सूचना मिलने पर उनके परिजन डोगरी आ गए हैं। किन्नौर के उपायुक्त गोपाल चंद ने बताया हिमस्खलन की चपेट में आने से शहीद हुए बिलासपुर जिला की शाहतलाई के घुमारपुर गांव निवासी सेना के जवान राकेश कुमार का पार्थिव शरीर सेना के हेलीकॉप्टर में शुक्रवार को घर भिजवा दिया है।

पूह के एडीएम शिव मोहन ने बताया शनिवार सुबह मौसम साफ होने से बचाव अभियान जारी है। बुधवार को डोगरी में ग्लेशियर की चपेट में सेना की सात जैक राइफल के छह जवान व आइटीबीपी की 17वीं बटालियन के चार जवान आ गए थे। आइटीबीपी के जवानों को बचा लिया गया था, जबकि सेना का एक जवान शहीद हो गया था।


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