निजी स्कूलों की शिकायत आयोग को भेजने लगे लोग
निजी स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि की शिकायत अब अभिभावक निजी शिक्षण
जागरण संवाददाता, शिमला : निजी स्कूलों की मनमानी फीस वृद्धि की शिकायत अब अभिभावक निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग से करने लगे हैं। आयोग के पास फीस से संबंधित कई शिकायतें पहुंच रही हैं। चूंकि निजी स्कूल आयोग के दायरे में नहीं आते, ऐसे में आयोग इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकता।
मंगलवार को निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के साथ राज्य सचिवालय में मुलाकात की। जानकारी अनुसार बैठक में अभिभावकों की तरफ से फीस को लेकर आ रही शिकायतों से अवगत करवाया गया। बैठक में आयोग की ओर से किए जा रहे कार्यो की जानकारी शिक्षा मंत्री को दी गई। आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की शैक्षणिक योग्यता के बाद अब फैकल्टी की योग्यता को जांचा जा रहा है। निजी शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यो की योग्यता की भी जांच चल रही है। शिक्षा मंत्री ने आयोग के कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि निजी शिक्षण संस्थानों में बच्चों को गुणात्मक शिक्षा मिले इसे आयोग सुनिश्चित करे।
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फर्जी डिग्री मामले की रिपोर्ट दी
फर्जी डिग्री बेचने के आरोप में फंसे मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू) के मामले की पूरी रिपोर्ट भी अतुल कौशिक ने शिक्षा मंत्री को दी। उन्होंने बताया कि ऐसे छात्र जिन्होंने विश्वविद्यालय से नियमित व सही तरीके से पढ़ाई कर डिग्री की है, उन्हें कैसे राहत दी जा सकती है, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी अपने सुझाव आयोग को देगी।
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चार मई को वीडियो कांफ्रेंसिग से लगेगा कोर्ट
मंगलवार को नियामक आयोग का कोर्ट था। इसमें कई मामलों पर चर्चा की गई। कई विश्वविद्यालयों के पदाधिकारी कोरोना के चलते नहीं पहुंच पाए। आयोग ने निर्णय लिया है कि अब चार मई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ही कोर्ट लगेगा।