कोरोना वैक्सीन लगवानी है तो लिंक पर करवाएं पंजीकरण
राजधानी शिमला में कोरोना से बचाव के लिए तीसरे चरण की वैक्सीनेशन शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में कोरोना से बचाव के लिए तीसरे चरण की वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगर आपने कोरोना वैक्सीन लगवानी है तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी ऑनलाइन लिंक पर पंजीकरण करवाएं। स्वास्थ्य विभाग ने 45 से 59 और 60 साल या इससे अधिक आयु के लोगों के पंजीकरण के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन का लिंक जारी किया है।
लिंक पर मोबाइल फोन नंबर, नाम, पता व आधार कार्ड की प्रतिलिपि अपलोड करके 60 साल या उससे अधिक आयु के लोग पंजीकरण कर सकते हैं। वहीं, 45 से 59 साल के लोग जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें भी यह सब डाटा भरकर पंजीकरण करवाना होगा। इस आयु वर्ग के लोगों को को-मॉर्बिडिटी (गंभीर बीमारी) से संबंधित प्रमाणपत्र नजदीकी अस्पताल से लाना होगा। इस प्रमाणपत्र से यह सत्यापित होना चाहिए कि व्यक्ति लंबे समय से किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त है। इसके अलावा जो लोग ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करवा सकते, उन्हें नजदीकी अस्पताल में पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी। पंजीकरण के लिए विभाग ने एसईएलएफआरईजीआइएसटीआरएटीआइओएन.सीओडब्लयूआइएन.जीओवी.इन लिक जारी किया है। 12 लोगों को लगाई कोरोना वैक्सीन
सीएमओ डा. सुरेखा चोपड़ा ने बताया कि तीसरे चरण की वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सोमवार को शिमला जिले में 60 साल से अधिक उम्र वाले 12 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई गई। आइजीएमसी और रिपन में इस वर्ग के छह-छह लोगों को वैक्सीन लगाई गई। तीन जगह लगेंगे हेल्प डेस्क
शिमला शहर में वैक्सीनेशन के तीसरे चरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रदेश विधानसभा, राज्य सचिवालय और प्रदेश हाईकोर्ट में विभाग की ओर से हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। इन जगह काम करने वाले कर्मचारी व अधिकारी तीसरे चरण की वैक्सीनेशन को लेकर अपने संशय को दूर करने के लिए जानकारी ले सकते हैं। विभाग का कहना है कि इन तीन स्थानों पर अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यहां हेल्प डेस्क स्थापित करने से अधिक से अधिक लोग वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक होंगे। पंजीकरण के लिए बनी असमंजस की स्थिति
तीसरे चरण की वैक्सीनेशन के पहले दिन सोमवार को पंजीकरण के लिए असमंजस की स्थिति बनी रही। पहले दो चरणों में वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल हुए पोर्टल को बदला गया। तकनीकी खराबी के कारण दोपहर तक पोर्टल नहीं चला। दोपहर बाद तकनीकी खराबी दूर होने के बाद पोर्टल चलाया गया। इसलिए पहले दिन महज 12 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। फ्रंटलाइन और हेल्थ वर्कर की वैक्सीनेशन जारी
शिमला में 16 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों और 10 फरवरी से फ्रंटलाइन वर्कर के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिले में इन कर्मियों की संख्या अधिक होने के कारण इन वर्कर की वैक्सीनेशन जारी है। सोमवार को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 1323 स्वास्थ्य कर्मियों को और 85 फ्रंटलाइन वर्कर को पहली वैक्सीन लगी।