नौ गांवों को जोड़ने वाली सड़क बनी दलदल
रमई से अंबोट सड़क की हालत खराब होने से लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
जितेंद्र मेहता, रोहड़ू
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत रमई से अंबोट तक बन रहे चार किलोमीटर सड़क मार्ग के निर्माण में देरी से लोगों को बरसात में परेशान होना पड़ रहा है। इस सड़क पर नौ गांवों की जनता निर्भर है। ऐसे में अगर बारिश हो जाए तो सड़क दलदल बन जाती है। ग्रामीणों का आरोप है कि सेब सीजन भी शुरू होने वाला है लेकिन प्रशासन और विभाग सड़क की दुर्दशा सुधारने के लिए गंभीर नहीं हैं। सड़क के किनारों में नालियां भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। बारिश होने पर पानी नालियों के बजाय सड़क पर बह रहा है। इससे सड़क गड्ढों में भी तबदील हो गई है। इससे वाहन चालकों को काफी परेशान होना पड़ता है। वहीं राहगीरों पर भी पानी के छींटे पड़ते हैं।
युवा विकास मंच पेखा से युवाओं उमेश दाउटू, जीवन नेगी, जिशन डेरवाण, विशंबर, कपिल, रामकुमार, सुधीर सुभाष, श्रीकांत, अमरनाथ, भाग सिंह, विनोद, दिवान, जितेंद्र, चमन लाल, राजेश, राजपाल, मंजीत का कहना है कि इस सड़क पर लगे कलवर्ट मलबे से भरे पड़े हैं, इनसे पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। कुछ ऐसे स्थान चिह्नित हैं जहां पर सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त है। गांव को आने वाली एकमात्र सरकारी बस सड़क की खस्ता हालत के चलते नहीं चल पा रही है। इस सड़क के जीरो प्वाइंट रमई के साथ जमीन का धंसना तीन साल से जारी है, लेकिन विभाग ने इस स्थान पर डंगा अभी तक नहीं लगाया है। शिष्टवाडी गांव में आग की घटना के दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने दौरा किया था, उस समय उन्होंने रमई-अम्बोट सड़क की हालत सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग को आदेश दिए थे। युवा विकास मंच ने आंदोलन की दी चेतावनी
युवा विकास मंच ने लोक निर्माण विभाग को सड़क की समस्या से कई बार अवगत करवाया, लेकिन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। यदि इस सड़क की दुर्दशा पर प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया तो आने वाले समय में युवा विकास मंच पेखा नौ गांवों की जनता के साथ आंदोलन करेगा। रमई-अम्बोट सड़क की खस्ता हालत की जानकारी मिली है। दो-तीन दिन में काम शुरू कर दिया जाएगा, ताकि लोगों को यहां पर परेशान न होना पड़े।
- पवन गर्ग, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग रोहड़ू।