करियाला से भगाया कैदियों का तनाव
सेंट्रल जेल कंडा में बंदियों के लिए जेल विभाग ने अनूठी पहल की। इन कैि
राज्य ब्यूरो, शिमला : सेंट्रल जेल कंडा में बंदियों के लिए जेल विभाग ने अनूठी पहल की। इन कैदियों का तनाव करियाले से भगाया गया। मंगलवार को जेल के भीतर लोक नाट्य करियाला का आयोजन किया गया। इसमें कलाकारों ने कैदियों को लोटपोट कर दिया। कलाकारों ने साधु का स्वांग और नट-नटनी के माध्यम से हास्य से परिपूर्ण, शिक्षाप्रद प्रस्तुति दी। इनके संवाद और हाजिर जवाबी देखने लायक थे। इसमें सामाजिक विसंगतियों पर भी चोट की गई। इस कार्यक्रम में जेल के करीब साढ़े तीन सौ कैदियों ने भाग लिया, लेकिन सूरज हत्या मामले के आरोपित निलंबित आइजी जैडएच जैदी, डीएसपी मनोज जोशी ने इसमें भाग नहीं लिया। वे बैरक के अंदर ही मौजूद रहे, लेकिन इसी केस के आरोपित कोटखाई के पूर्व एसएचओ राजिंद्र सिंह, एएसआइ दीपराम, हेड कांस्टेबल मोहनलाल समेत छह पुलिस कर्मियों ने शिरकत की। ये आरोपित अगस्त से जेल में बंद हैं। आठ में से किसी की भी जमानत नहीं हो पाई है। हालांकि कार्यक्रम के लिए सभी को बुलाया गया था, पर दो नहीं आए। इसका आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग ने किया।
विभाग के संयुक्त निदेशक राकेश कोरला, उपनिदेशक बालकृष्ण शर्मा, जिला भाषा अधिकारी त्रिलोक सूर्यवंशी, जेल के अधीक्षक सुशील ठाकुर समेत कई अधिकारियों ने भाग लिया। जेल अधीक्षक के अनुसार यह कार्यक्रम कैदियों के तनाव को कम करने के लिए रखा गया था। उन्होंने बताया कि इसमें साढ़े तीन सौ बंदियों ने भाग लिया। जिला भाषा अधिकारी त्रिलोक सूर्यवंशी ने बताया कि कार्यक्रम में स्वांग रचे गए। उन्होंने इसके आयोजन के लिए जेल के डीजी सोमेश गोयल का आभार जताया।